नई दिल्ली : दिल्ली में गुरुवार को एक बार फिर जोरदार बारिश हुई. आज की बारिश ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिया. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल दिल्ली में बृहस्पतिवार दोपहर तक 1159.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जो 1964 के बाद से सबसे अधिक और अब तक की तीसरी सबसे बड़ी बारिश है. सितंबर माह में बारिश का आल टाइम रिकॉर्ड 1944 में 417.3 मिमी का है. हैरत की बात यह कि 2019 में पूरे मानसून के दौरान ही दिल्ली में 404 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी. विशेषज्ञों का कहना है कि यह दिल्ली में अब तक का दूसरा सबसे गर्म मानसून बन सकता है. आम तौर पर, दिल्ली में मानसून के मौसम में 653.6 मिमी बारिश दर्ज की जाती है. पिछले साल राजधानी में 648.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी.
1933 में 1,420.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी
1 जून के बीच, जब मानसून का मौसम शुरू होता है और 15 सितंबर तक शहर में सामान्य रूप से 614.3 मिमी वर्षा होती है. दिल्ली से मानसून 25 सितंबर तक वापस आ जाता है. आईएमडी के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला, जिसे शहर के लिए आधिकारिक मार्कर माना जाता है. गुरुवार दोपहर तक 1159.4 मिमी बारिश हुई है. 1975 में 1,155.6 मिमी और 1964 में 1190.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. अब तक का रिकॉर्ड 1933 में 1,420.3 मिमी वर्षा है.
कल भी बारिश की संभावना
बृहस्पतिवार सुबह मौसम विभाग ने दिल्ली में दिन में मध्यम बारिश के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया था. शुक्रवार को हल्की बारिश की संभावना जताई है. स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया, 23-24 सितंबर तक बारिश जारी रहेगी, जिसका मतलब है कि जब तक यह वापस नहीं आएगा तब तक दिल्ली अपना दूसरा सबसे गर्म मानसून रिकॉर्ड कर सकती है.
पिछले दो दशकों में यह तीसरी बार