नई दिल्ली: भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे दिल्ली पुलिस वापस लेगी. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जल्द ही पुलिस कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट फाइल करेगी. इसके लिए दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने यह फैसला पहलवानों की मांग के अनुसार लिया है. प्रदर्शनकारी पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के बाद अपना प्रदर्शन 15 जून तक इन्हीं तीन शर्त पर स्थगित किया था. जिसमें पहली शर्त थी 15 जून तक इस मामले में जांच रिपोर्ट या चार्जशीट फाइल करना, जिसे पुलिस ने पूरा कर दिया. दूसरी शर्त थी कि भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव बृजभूषण शरण सिंह या उनके परिवार का कोई भी सदस्य न लड़े. यह शर्त भी मान ली गई. तीसरी शर्त थी कि 28 मई को नई संसद भवन के सामने महिला महापंचायत के लिए कूच करने के दौरान जंतर-मंतर पर पुलिस और प्रदर्शनकारी पहलवानों व उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करना. यह शर्त भी मान ली गई है.
गौरतलब है कि जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान ही संसद भवन के सामने महिला पंचायत करने का ऐलान किया था. लेकिन जंतर मंतर से जैसे ही पहलवानों ने संसद भवन की तरफ कूच किया, कुछ ही दूर पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प भी हुई थी, जिसकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई.