नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उच्च न्यायालय को सूचित किया कि अखिल भारत हिंदू महासभा (Akhil Bharat Hindu Mahasabha) के प्रमुख स्वामी चक्रपाणि (swami chakrapani) के ऊपर संभावित खतरे का नियमित आकलन किया जा रहा है. चक्रपाणि ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम (daud ibrahim) से अपनी जान को खतरा होने का दावा किया है.
पुलिस ने जस्टिस रेखा पल्ली की एकल पीठ को बताया कि सुरक्षा के मामले की हर छह महीने पर समीक्षा करने की जरूरत होती है. चक्रपाणि द्वारा सुरक्षा बढ़ाए जाने का अनुरोध किए जाने के मद्देनजर इस पर पांच नवंबर को विचार किया जाएगा.
पुलिस ने बताया कि अगर सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई, तो उसकी छह महीने के बाद समीक्षा की जाएगी.
गौरतलब है कि अदालत चक्रपाणि की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को उनकी 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा बहाल करने का निर्देश देने अनुरोध किया है. इसके तहत उनकी सुरक्षा में 33 पुलिस कर्मी लगाए थे. अब इस सुरक्षा को घटाकर 'वाई' श्रेणी का कर दिया गया है, जहां महज तीन सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं.
अदालत ने पुलिस की आकलन रिपोर्ट का अवलोकन किया जिसके मुताबिक अब भी यह मामला विचाराधीन है.
चक्रपाणि के वकील के कहा कि एक सुरक्षाकर्मी काफी बुजुर्ग है, इसपर न्यायाधीश ने कहा कि यहां तक उनका निजी सुरक्षा अधिकारी सेवानिवृत्त होने की कगार पर है लेकिन मेरा मानना है कि उसका अनुभव उसे अधिक व्यवहार कुशल बनाता है. सुनवाई के दौरान अदालत ने टिप्पणी की कि कि हमारे एक प्रधानमंत्री की हत्या भी सुरक्षाकर्मी द्वारा की गई थी.
दिल्ली पुलिस का पक्ष रख रहे अतिरिक्त स्थाई अधिवक्ता अनुज अग्रवाल ने पांच अक्टूबर की आकलन रिपोर्ट की प्रति अदालत में पेश की और कहा कि प्राधिकारी नियमित तौर पर संभावित खतरे का आकलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिसमें अदालत को पुलिस के आकलन में जाना चाहिए.