संसद भवन की सुरक्षा में सेंधमारी नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को संसद सुरक्षा में सेंध के मामले में गुरुवार को चार आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. साथ ही पुलिस ने चारों आरोपियों की 15 दिन की रिमांड मांगी. दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सहायक लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट को बताया कि यूएपीए की धारा 16ए (आतंकवादी एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है. हमें आरोपितों को पूछताछ के लिए लखनऊ और मुंबई भी लेकर जाना है. इन्होंने लखनऊ से जूते और कलर स्मॉग केन मुंबई से खरीदी है. हालांकि, कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड मंजूर की. वहीं, दिल्ली पुलिस ने पांचवें आरोपी और घटना के मास्टरमाइंड ललित झा को गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया. झा ने सोशल मीडिया पर संसद का वीडियो वायरल किया था. बताया जा रहा है कि दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने में उसने रात में सरेंडर किया है.
वहीं, आरोपियों ने कोर्ट से फ्री लीगल एड की मांग की. जिसे मंजूर करते हुए कोर्ट ने नई दिल्ली जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को फ्री लीगल एड देने का निर्देश दिया. इस मामले में सागर शर्मा (26), मनोरंजन डी (34), अमोल शिंदे (25) और नीलम (42) को कोर्ट में पेश किया. नई संसद भवन की सुरक्षा में सेंधमारी मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA की धाराओं और आईपीसी सेक्शन 120B, 452 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ की गई. इसमें कई अहम जानकारी पुलिस को मिली है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल आरोपियों से पूछताछ के साथ ही कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. स्पेशल सेल की एक दर्जन से भी ज्यादा टीमें अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है. वहीं, इस मामले की टेरर एंगल से भी जांच की जा रही है.
आरोपियों ने पहले से की थी रेकी: संसद की अभेद सुरक्षा को भेदते हुए चार लोग संसद परिसर में घुसे थे. इनमें दो युवक अंदर तो एक युवती व एक अन्य बाहर थे. चारों की पहचान हरियाणा निवासी नीलम, कर्नाटक के मनोरंजन, महाराष्ट्र के अमोल और लखनऊ के सागर के रूप में हुई है. चारों युवा देश के चार अलग-अलग राज्यों से हैं. इस मामले में पांच आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है. जबकि, एक आरोपी अभी फरार है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि सभी संदिग्धों ने कई दिन पहले इसकी योजना बना ली थी. आरोपियों ने पहले रेकी करने के बाद घटना को मूर्त रूप देने के लिए 13 दिसंबर की तारीख का चयन किया था.
हमले के 22वीं बरसी पर संसद में घुसपैठिए: 13 दिसंबर को संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी थी. इसी दौरान संसद भवन की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक हो गई. संसद भवन में शून्यकाल चल रहा था. इसी दौरान दर्शक दीर्घा से दो शख्स अचानक लोकसभा की कार्यवाही में कूद पड़े. इन लोगों ने स्प्रे छोड़ी, जिससे संसद भवन के परिसर में धुंआ-धुंआ हो गया.