देहरादून(उत्तराखंड): थाना क्लेमेंटाउन क्षेत्र के अंर्तगत साल 2018 में दिल्ली पुलिस ने एक कॉम्प्लेक्स को सील किया था. अब पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश पर जब टीम सील कॉम्प्लेक्स में पहुंची तो कॉम्प्लेक्स के तालों में सील लगी हुई थी, लेकिन शटर टूटा हुआ था. कॉम्प्लेक्स के अंदर से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम के माइनिंग उपकरण कंप्यूटर और सर्वर चोरी हो गए हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर की तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेंटाउन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई की साल 2018 में दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट कमल सिंह और इंजीनियर विजय कुमार फर्जी तरीके से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम की माइनिंग कर रहे हैं. इसके बाद इन्हें बिट्स टू बीटीसी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट से बचा जा रहा है. इस तरह आरोपियों ने 100 करोड़ रुपए बनाये. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने 23 अप्रैल 2018 को क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र में 4000 वर्ग मीटर के कॉम्प्लेक्स में छापा मारा. छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस ने कॉम्प्लेक्स दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान इथेरियम माइनिंग के उपकरण सील कर दिए. इनमें 100 रिग्स,8 सर्वर और ग्राफिक कार्ड शामिल थे. उस दिल्ली पुलिस अपने साथ नहीं ले जा सकी. पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के शटर पर ताला लगाकर सील कर दिया.