नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को गिरफ्तार कर लिया है. सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के सिलसिले में की गई है. बता दें, ईडी ने बीते दिनों धन शोधन की जांच के सिलसिले में सत्येंद्र जैन के परिवार और उनकी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की थीं. जैन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री हैं. जैन सीएम केजरीवाल के नजदीकी रिश्तेदार भी हैं.
हालांकि, सत्येंद्र जैन पर यह मामला कई सालों से चल रहा था और ईडी कई बार पहले भी उन्हें अपने दफ्तर में बुलाकर पूछताछ कर चुकी है. ईडी इस मामले में 2018 से ही सत्येंद्र जैन और उनके परिवार के लोगों से पूछताछ कर रही थी. लेकिन जैन की गिरफ्तारी और उसके समय को लेकर आम आदमी पार्टी ने ईडी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखते हुए बदले की भावना से यह कार्रवाई की जा रही है.
जैन की गिरफ्तारी के साथ ही 'आप' और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इस मामले में जहां दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने इसे चुनाव से जोड़ते हुए बदले की कार्रवाई करार दिया, वहीं भाजपा के नेताओं ने भी पलटवार करते हुए आम आदमी की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया है, वो भी हवाला कारोबार के मामले में. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि वह यह जानना चाहते हैं कि आखिर क्या केजरीवाल के मंत्री ईमानदार हैं. दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि सत्येंद्र जैन हवाला कांड कर रहे थे, उसके पीछे कौन है मास्टरमाइंड और कौन है हवाला कारोबार करने में शह दे रहा था.
भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में नैतिकता के आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस्तीफा देने की मांग की है. बीजेपी नेता मनोज तिवारी कहा कि जो केजरीवाल दुनिया को ईमानदारी सिखा रहे हैं, उनके अपने नेता ही हवाला कारोबारी निकल रहे हैं. क्या यह पूरी टीम और केजरीवाल का यह पूरा कुनबा नैतिकता से इसकी जिम्मेदारी लेगा.