नई दिल्ली : दिल्लीस्पेशल सेल की साइबर सेल ने जालसाजी करने वाले जामताड़ा गैंग के 12 सदस्यों (members arrested of jamtara gang) को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है. एक हजार से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके इस गैंग ने अपना फैलाव अनेक राज्यों तक कर लिया है. यह गैंग लोगों के मोबाइल पर एक एप्लीकेशन भेजकर उसे हैक कर लेता था. इसके बाद लोगों के मोबाइल पर आने वाले OTP भी आसानी से इस गैंग को मिल जाते थे. आरोपियों ने इस फर्जीवाड़े के लिए वेबसाइट (website to fraud ) भी बना रखी थी और गूगल सर्च इंजन पर उसे प्रमोट भी करते थे.
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार, लोगों के मोबाइल हैक कर उनसे ठगी किए जाने के कई मामले सामने आ रहे थे. पुलिस को बी. पॉल नामक शख्स ने बताया कि उन्हें केनरा बैंक से संबंधित चेक की कोई परेशानी थी. इसलिए उन्होंने कस्टमर केयर नंबर तलाशा. गूगल पर जो नंबर मिला उस पर उन्होंने संपर्क किया. इसके बाद जिस शख्स से उनकी बात हुई उसके दिशा-निर्देश का उन्होंने पालन किया. उनके मोबाइल में इससे एक एप्लीकेशन डाउनलोड हो गई और उनके बैंक खाते से 27 लाख रुपये निकल गए. इस बाबत स्पेशल सेल में 8 जुलाई 2021 को मामला दर्ज किया गया था. इसे देखते हुए साइबर सेल की टीम छानबीन कर रही थी.
उन्हें सूचना मिली कि इस गैंग के सदस्य कई राज्यों में फैले हुए हैं. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने अलग-अलग राज्यों में छापेमारी कर इस गैंग से जुड़े हुए कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग के सदस्यों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर उसे गूगल सर्च इंजन पर काफी प्रमोट किया हुआ था. इसके चलते लोग जब कस्टमर केयर का नंबर तलाशते तो उन्हें इनकी वेबसाइट का नंबर मिल जाता था. इस पर जब लोग संपर्क करते तो उन्हें बताया जाता कि वह एक ऐप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करें. यह ऐप इंस्टॉल होते ही उनके मोबाइल की पूरी जानकारी आरोपियों के पास चली जाती थी. उनके मोबाइल में मौजूद कांटेक्ट लिस्ट से लेकर वहां आने वाले सभी ओटीपी और नेट बैंकिंग के ओटीपी भी आरोपियों को पता लग जाते थे. इस तरह से आरोपी अब तक 1000 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी कर चुके थे.