नई दिल्ली :उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में भूकंप के मद्देनजर जो प्लान बना और संबंधित विभागों को अलर्ट करने को कहा गया था, इसका असर मंगलवार रात को दिखाई दिया. जब दिल्ली वालों ने भूकंप के झटके महसूस किए और दिल्ली के शकरपुर, जामिया नगर इलाके में इमारत की झुकने की भी सूचना मिली तो आनन-फानन में फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. फायर अधिकारियों ने बिल्डिंग के हालात का जायजा लिया तो पाया कि सब कुछ ठीक है. उनमें रह रहे लोगों ने भी बाद में कहा कि उन्हें बिल्डिंग झुकने के एहसास हुआ था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इस तरह की मुस्तैदी ही ऐसे आपदा में दिखाने की सभी विभागों को हिदायत दी गई है.
उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में भूकंप के मद्देनजर आपदा से कैसे निपटा जाए, इसको लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई थी. उसमें कई योजनाओं को लागू करने के निर्देश दिए गए थे.तुर्की और सीरिया में भूकंप से बिगड़े हालात और दिल्ली में आपदा से निपटने की तैयारियों पर चर्चा के बाद दिल्ली में इससे निपटने के प्लान पर चर्चा हुई थी. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी ओर से समय-समय पर गठित विभिन्न समितियों की सभी रिपोर्टों, सिफारिशों को संकलित करने की आवश्यकता पर जोर दिया था. सीएम ने आपदाओं के वक्त और उसके बाद के प्रभावों के संबंध में दिल्ली सचिवालय और पुलिस जैसे सरकारी ऑफिस को भी लोगों के लिए उपयोग लायक बनाने की जरूरत को भी आवश्यक बताया.
आपदा से निपटने का प्लान:बैठक में पिछले दिनों तुर्की, सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के मद्देनजर दिल्ली की स्थिति को देखते हुए यहां की तैयारियों का आकंलन किया गया. दिल्ली उच्चतम जोखिम वाली श्रेणी में चौथे पर है, ऐसे में आपदा के दौरान संभावित स्थिति का सामना करने के लिए सभी एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहना चाहिए. उपराज्यपाल ने इसकी एक रूपरेखा भी तैयार की और इस पर समयबद्ध तरीके से काम शुरू करने के आदेश दिए हैं