देहरादून: राजधानी देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में अगर आप ओला कैब का इस्तेमाल करते हैं, तो शायद आप सिल्वर कलर की ऑल्टो और इमराना को आसानी से पहचान जाएंगे. इस सिल्वर कलर की छोटी सी ऑल्टो में बड़े सपने लिए इमराना लोगों के लिए मिशाल पेश कर रही हैं. गाड़ी चलाना कभी इमराना का शौक था, जिसे अब उन्होंने पैसे कमाने का जरिया बनाया है. इससे इमराना ने आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया है. आज इमराना गाड़ी चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं. पुरुष प्रधान व्यवसाय में बेझिझक काम करते हुए इमराना ने आज महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है.
गाड़ी चलाने का था शौक, अब परिवार को कर रहीं सपोर्ट:राजधानी देहरादून के आईएसबीटी क्षेत्र में रहने वाली इमराना चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर की बहन हैं. कुछ समय पहले इमराना की शादी हुई. इस वक्त उनका एक छोटा बेटा है. इमराना फिलहाल अपने पिता के घर पर हैं. इमराना टैक्सी सर्विस प्रोवाइडर ओला के लिए शहर में गाड़ी चलाती हैं. इमराना बताती हैं कि उन्हें गाड़ी चलाने का शौक है. भाई को गाड़ी चलाता देख उन्हें गाड़ी चलाने की इच्छा हुई. उनके भाई के पास अलग-अलग तरह की गाड़ियां थी. वह गाड़ियों को देखकर मन ही मन इन्हें चलाने के बारे में सोचा करती थी. उन्होंने बताया गाड़ी सिखाने में उनके पिता का सबसे बड़ा योगदान रहा.
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इमराना बताती हैं कि पिता ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. उन्होंने ही सिखाया कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है. उन्होंने बताया जो काम पुरुष कर सकते हैं वह महिलाएं भी कर सकती हैं, जिसके कारण उन्होंने अपने गाड़ी चलाने के शौक को ही अपना रोजगार बनाया. इमराना पिछले 4 साल से टैक्सी चलाने का काम कर रही हैं. वो सुबह 5 बजे घर से निकलती हैं और लगभग दोपहर के 12 बजे घर में दाखिल होती हैं. इसके बाद फिर शाम को 5 बजे से रात को 11 या 12 बजे तक इमराना टैक्सी चलाती हैं.
कई बार महिलाएं ही कैंसिल कर देती हैं बुकिंग:इमराना बताती हैं जब उन्होंने काम शुरू किया तब आसपास के लोगों का रवैया बहुत ही अजीब था. तब लोगों को ये लगता था कि भला यह काम एक महिला कैसे कर सकती है. इसके बाद भी इमराना ने लोगों की परवाह किए बिना बेझिझक ये काम शुरू किया. इमराना बताती हैं जब वो राजधानी देहरादून की सड़कों या दिल्ली-सहारनपुर गाड़ी लेकर जाती हैं तो आसपास सभी ड्राइवर देखने लगते हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने कभी खुद को अकेला नहीं समझा. उन्होंने बताया वो आज भी रात के अंधेरे में अपने कस्टमर छोड़ने जाती हैं. इमराना कहती हैं कई बार जब उन्हे ऐसा लगता है कि किसी गलत व्यक्ति ने गाड़ी बुक की है तो वो बुकिंग कैंसिल कर देती हैं.