देहरादून (उत्तराखंड):देहरादून के स्क्वाड्रन लीडर अभिमन्यु राय 4 दिसंबर को तेलंगाना के तूप्रान में उस वक्त शहीद हो गए थे, जब वो पायलटों को प्रशिक्षण देने वाले विमान में उड़ान भर रहे थे. अभिमन्यु ने अपनी जान पर खेल कर विमान को गांव में गिरने से बचाया था. अब अभिमन्यु का अंतिम संस्कार करने के बाद परिवार देहरादून लौट आया है.
4 दिसंबर को हुआ था प्लेन क्रैशःबता दें कि भारतीय वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर अभिमन्यु राय देहरादून के जैंतनवाला में पिछले 35 साल से रह रहे थे. उनके परिवार में पिता और पत्नी भी सेना का हिस्सा हैं. बीती 4 दिसंबर को अभिमन्यु प्रशिक्षण देने वाले पिलाटस पीसी 7 एमके II विमान को उड़ा रहे थे. तभी कुछ तकनीकी खराबी की वजह से विमान ने काम करना बंद कर दिया.
तेलंगाना के तूप्रान में क्रैश हुआ था विमान खुद जान गंवाकर कई लोगों की बचा गए:विमान रिहायशी इलाके के ठीक ऊपर था, लेकिन उन्होंने और उनके साथ बैठे सहयोगी पायलट ने विमान को ऐसी जगह पर ले जाकर उतारने की कोशिश की, जहां आबादी नहीं थी. इस कोशिश में दोनों पायलट तो शहीद हो गए, लेकिन कई लोगों की जिंदगी वो बचा गए. उनका विमान तेलंगाना के मेडक जिले के तूप्रान नगर पालिका क्षेत्र के रवेली उपनगर में हादसे का शिकार हुआ था.
अभिमन्यु के पिता ने कही ये बातःअभिमन्यु के पिता अमिताभ भी सेना से ग्रुप कैप्टन रिटायर्ड हैं, वे बताते हैं कि उन्हें बताया गया है कि उनके बेटे ने बड़ी जांबाज तरीके से कई लोगों की जान बचाई है. बेटे ने अंतिम समय तक हालात पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन वो जमीन से इतना नजदीक आ चुके थे कि उन्हें इजेक्ट करने का मौका तक नहीं मिला. फिलहाल, इस मामले की जांच बैठा दी गई है.
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प्लेन उड़ाने में माहिर थे अभिमन्युःअभिमन्यु राय विमान चलाने में कितने माहिर और सीनियर थे, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वो उन 9 पायलट में से एक थे, जो वीवीआईपी के प्लेन उड़ाते थे. साल 2022 में जब पीएम नरेंद्र मोदी देहरादून आए थे, तब वो उनके साथ ही थे. इतना ही नहीं उप राष्ट्रपति और अन्य बड़े नेताओं के साथ भी वो ड्यूटी दे चुके है.
पिलाटस पीसी 7 एमके II विमान हादसा बिलख रही मां, दोस्त भी मायूस:देहरादून पहुंचे उनके पिता और माता दोनों टूट चुके हैं. बीते 11 दिनों से उनकी मां चित्रलेखा का रो-रो कर बुरा हाल है. उनकी मां नैनीताल की ही रहने वाली हैं. जबकि, पिता मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. अभिमन्यु की पत्नी अक्षिता राय भी हैदराबाद में फ्लाइट लेफ्टिनेंट हैं.
अभिमन्यु के शहीद होने की खबर देहरादून में लगते ही उनके घर में आने जाने वालों का तांता लगा हुआ है. घटना की जानकारी मिलते ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी उनके घर पहुंचे थे. अभिमन्यु जब-जब छुट्टी पर अपने घर आते थे तो वो आस पास के लोगों से बेहद सादगी और अच्छे तरीके से मिलते थे. उनको याद कर आज भी उनके दोस्त और परिवार के लोग बेहद सदमे में हैं.