चेन्नई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को बाढ़ प्रभावित उत्तरी तमिलनाडु का हवाई सर्वेक्षण किया तथा चक्रवात मिचौंग के कारण हुए नुकसान पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ बातचीत की. मूसलाधार बारिश और बाढ़ से प्रभावित चेन्नई और इसके आसपास के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद सिंह ने यहां सचिवालय में स्टालिन से मुलाकात की. इस दौरान सिंह को चक्रवात, इससे हुए नुकसान और केंद्र से अपेक्षित आवश्यक राहत के बारे में जानकारी दी गई. केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन भी रक्षा मंत्री के साथ मौजूद थे.
बता दें, चक्रवात 'मिचौंग' के कारण मूसलाधार बारिश होने के कुछ दिनों बाद गुरुवार को चेन्नई के कुछ हिस्सों और आसपास के जिलों के उपनगरों में पानी भर गया. जिससे महानगर और इसके आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. चक्रवात 'मिचौंग' मंगलवार को आंध्र प्रदेश में तट को पार कर गया और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. चक्रवात के प्रभाव से चार दिसंबर को उक्त चार जिलों में भारी बारिश हुई. सरकार ने कहा कि राहत गतिविधियां तेज कर दी गई हैं. चेन्नई में विभिन्न स्थानों पर जमा पानी को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं.
वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में गुरुवार को भी जलभराव हो गया, यहां पल्लीकरनई क्षेत्र में खाद्यान्न के पैकेट हवाई जहाज से गिराए गए. उत्तरी चेन्नई का मनाली गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था. अधिकारियों ने कहा कि मनाली में लगभग 15,000 लोगों के लिए पीने का पानी, 12,000 लीटर दूध, दूध पाउडर, चादर और खाद्य सामग्री भेजी गयी है. निवासियों ने कई इलाकों में दूध की बढ़ी कीमतों की शिकायत की. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के पास अनाकापुथुर इलाके का दौरा किया और वहां जारी राहत कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने प्रभावित लोगों को भोजन भी वितरित किया.