तुमकुरु (कर्नाटक) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी घोषणापत्र में सत्ता में आने पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति को खारिज करने के वादे को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और उसे 'बच्चों की दुश्मन' करार देते हुए आरोप लगाया कि वह युवाओं का भविष्य को तबाह करना चाहती है.
आगामी 10 मई को राज्य विधानसभा चुनाव के तहत होने वाले मतदान से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस जब सत्ता में थी तो बगैर कमीशन के एक भी रक्षा सौदा नहीं होता था जबकि आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार देश में ही रक्षा उत्पादन पर जोर दे रही है और सेना को सशक्त कर रही है.
मोदी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने वाली आधुनिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की और इसे तैयार करने वाली टीम का नेतृत्व देश के महान वैज्ञानिकों में से एक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष के कस्तूरीरंगन ने किया जिनकी कर्मभूमि कर्नाटक रही है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सबसे बड़ा फायदा देश के प्रादेशिक भाषाओं में पढ़ाई का है ताकि गांव का बच्चा अपनी मातृभाषा में जहां तक पढ़ाई करना चाहे, वह कर सके.
उन्होंने कहा, 'लेकिन अब कांग्रेस ने लिखित घोषणा की है कि वह सत्ता में आई तो यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रोक देगी.' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस गांव के बच्चों की दुश्मन बन गई है. ऐसी कांग्रेस को सजा देने का यह चुनाव है. कांग्रेस आधुनिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर रोक लगाकर कर्नाटक के युवाओं के भविष्य को ताला लगाना चाहती है, उन्हें तबाह करना चाहती है.'
अपने भाषण की शुरुआत और उसका समापन 'जय बजरंग बली' के नारे से करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस को तो अब 'जय बजरंग बली' बोलने पर भी आपत्ति होने लगी है.
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस तुष्टिकरण की गुलाम हो चुकी है. कांग्रेस अपनी वोट बैंक की राजनीति की गुलाम हो चुकी है. ऐसी कांग्रेस कर्नाटक का कभी भी भला नहीं कर सकती है.'