नई दिल्ली: भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 16 नवंबर को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के लिए रवाना होंगे. वे वहां पर आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेंगे. इस बैठक में चीनी आक्रामकता और अधिकांश दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इस दौरान आसियान देशों के नेता द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. बता दें कि इस बैठक में चीन शामिल नहीं हो रहा है.
वहीं बैठक की मेजबानी एजीएमएम-प्लस का अध्यक्ष होने की वजह से इंडोनेशिया कर रहा है. आसियान आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होता जा रहा है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कई आसियान देश चीन को प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते हैं, इसलिए यह बैठक काफी अहम है. फिलीपींस का चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद रहा है और दूसरी ओर वियतनाम चीन के लिए कड़ी चुनौती रहा है. वहीं वियतनाम को भारत एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखता है और देश के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने पर विचार कर रहा है. भारत के म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, मलेशिया, सिंगापुर और ब्रुनेई जैसे अन्य आसियान देशों के साथ मजबूत और स्थिर संबंध हैं.
आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान राजनाथ सिंह इंडोनेशियाई समकक्ष प्रबोवो सुबिआंतो चीन और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बातचीत क्वाड प्लस पर भी केंद्रित होगी जिसका मतलब है कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अलावा इंडोनेशिया को भी क्वाड समूह में शामिल करने पर जोर दिया जाएगा. हालांकि अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.