कांकेर:बस्तर के कांकेर में राजनाथ सिंह ने कई मुद्दों पर कांग्रेस पर हमला बोला है. चुनावी साल में आदिवासी वोट बैंक की अहमियत को समझते हुए राजनाथ सिंह ने अपनी सभा में नक्सलवाद और धर्मांतरण का मुद्दा उठाया. इनों मुद्दों को आधार बनाते हुए रक्षा मंत्री ने बघेल सरकार और कांग्रेस पर कई प्रहार किए. इसके अलावा आदिवासियों के विकास के मुद्दे पर भी कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया.
"नक्सलवाद के खात्मे के लिए सहयोग नहीं कर रही बघेल सरकार": राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर नक्सलवाद को लेकर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि" केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से बीते 9 सालों के कार्यकाल में उग्रवादी, वामपंथियों और आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए गए हैं. यही वजह है कि पिछले 9 सालों में उग्रवादी, वामपंथी और आतंकवादी काफी बैकफुट पर हैं. छत्तीसगढ़ में भी नक्सलवाद के खात्मे के लिए भारत सरकार पूरी तरह से गंभीर है. लेकिन विडंबना वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ की सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए भारत सरकार का सहयोग नहीं कर रही है. बघेल सरकार का कोई सहयोग नहीं मिला है. अब वामपंथी उग्रवाद सिर्फ दस-बाहर जिले तक सिमटकर रहा गया है. इनमें से कुछ जिले छत्तीसगढ़ के हैं. यदि छत्तीसगढ़ सरकार का पूरा सहयोग मिलता तो मैं दावे से कह सकता हूं कि नक्सलवाद का प्रभाव सारे हिंदुस्तान से समाप्त हो जाता लेकिन जो सहयोग मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है. वामपंथी उग्रवाद ने एक बड़ा संकट पैदा किया है."
"बस्तर में जबरन आदिवासियों का धर्मांतरण कराया जा रहा है. मैं छत्तीसगढ़ की सरकार से कहना चाहता हूं कि यह धर्मांतरण रूकना चाहिए. धर्मांतरण करना सही नहीं है.इसे गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए और इसके लिए भारत सरकार भी भरपूर सहयोग करेगी".: राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
"प्रधान मंत्री आवास योजना का हक मार रही बघेल सरकार": राजनाथ सिंह ने बघेल सरकार पर आरोप लगाया कि" यह सरकार आदिवासियों का हक मार रही है.मोदी सरकार सभी आदिवासी भाईयों को पक्का मकान देने के लिए तैयार है. अब तक मिल भी गया होता, लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ऐसा बिल्कुल भी नहीं चाहती."
"आदिवासियों के विकास के लिए बीजेपी ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया": राजनाथ सिंह ने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए पूर्व पीएम अटल जी ने छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्य का गठन किया था" झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य बनाने के पीछे अटल जी की मंशा थी कि आदिवासी भाई, जो सैकड़ों साल से पीछे थे, उन्हें आगे ला सकें. अटल जी ने कई आदिवासी समाजों वाले दो राज्य छत्तीसगढ़ और झारखंड का गठन किया. उन्होंने आदिवासी कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय भी बनाया क्योंकि वे आदिवासियों के प्रति संवेदनशील थे. कांग्रेस ऐसा नहीं कर पाई "