नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके जर्मन समकक्ष बोरिस पिस्टोरियस ने मंगलवार को नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की. बैठक के दौरान औद्योगिक सहयोग पर ध्यान देने के साथ कई द्विपक्षीय रक्षा सहयोग मुद्दों पर चर्चा हुई. पिस्टोरियस चार दिन की भारत यात्रा पर हैं. दिल्ली में राजनाथ सिंह की उपस्थिति में मानेकशॉ सेंटर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण भी किया. सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे पिस्टोरियस के साथ एक जर्मन प्रतिनिधिमंडल भी आया है.
रक्षा मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि नई दिल्ली में इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (iDEX) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पिस्टोरियस के कुछ रक्षा स्टार्ट-अप से मिलने की संभावना है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंध सामान्य लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर स्थापित हैं और उच्च स्तर के विश्वास और आपसी सम्मान द्वारा चिह्नित हैं. भारत द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था.
बुधवार यानी 7 जून को जर्मन संघीय रक्षा मंत्री मुंबई का दौरा करेंगे. यहां वह पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का दौरा कर सकते हैं. जर्मन समाचार एजेंसी डॉयचे वेले (डीडब्ल्यू) ने बताया कि अपनी भारत यात्रा से पहले, जर्मन रक्षा मंत्री ने कहा था कि रूसी हथियारों पर भारत की निरंतर निर्भरता जर्मनी के हित में नहीं है. पिस्टोरियस ने जकार्ता में डीडब्ल्यू की शीर्ष राजनीतिक संवाददाता नीना हासे के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि यह जर्मनी पर निर्भर नहीं है कि वह अपने दम पर इसे बदल दे. पिस्टोरियस अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा से पहले जकार्ता में थे.