पोर्ट ब्लेयर/भुवनेश्वर : दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती परिसंचरण बुधवार को पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ गया और गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया. यह स्थान अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पोर्ट ब्लेयर से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में करीब 540 किलोमीटर दूर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में यह जानकारी दी.
चक्रवाती तूफान पर करीब से नजर रख रहे आईएमडी ने कहा कि गहरे दबाव का क्षेत्र बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की ओर 1,460 किलोमीटर दूरी पर और म्यांमार के सित्तवे से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 1,350 किलोमीटर की दूरी पर बना है.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, कोलकाता में निदेशक (मौसम), जी.के. दास ने एक बयान में कहा, 'गहरे दबाव का क्षेत्र कुछ समय के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और फिर उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए शाम में इसी क्षेत्र में धीरे-धीरे चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है.'
बयान के अनुसार, 'यह गहरे दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा. बाद में, धीरे-धीरे 11 मई को यह प्रचंड चक्रवाती तूफान में और 12 मई को दक्षिण पूर्व एवं उससे लगे मध्य बंगाल की खाड़ी के क्षेत्रों में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा.'
इसके बाद इसके धीरे-धीरे 13 मई तक कमजोर होने की संभावना है. इस बीच, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह प्रशासन ने बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण तंत्र बनने के मद्देनजर चेतावनी और सार्वजनिक परामर्श जारी किए हैं.