नागपुर :तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को नागपुर में (kcr in Nagpur) आयोजित भारत राष्ट्र समिति कैडर की बैठक में अपने भाषण की शुरुआत महाराष्ट्र की पावन भूमि को नमन करते हुए की. उन्होंने मंच से शिंदे-फडणवीस सरकार से पूछा कि तेलंगाना में किसानों और जनहित को ध्यान में रखकर जो फैसले हो सकते हैं, महाराष्ट्र में क्यों नहीं?
केसीआर ने कहा, जनसंख्या के मामले में हम चीन को पीछे छोड़ चुके हैं. भारत में पार्टियों का फोकस अब केवल चुनाव जीतना है. कुछ भी करके चुनाव जीतना शुरू हो गया है. यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है. नेताओं के बजाय लोगों को चुनाव में जीतना चाहिए. देश में 42 फीसदी किसान हैं. आजादी के 75 साल बाद भी लोग सिर्फ पानी और बिजली मांग रहे हैं.
केसीआर ने कहा कि 'देश में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या करते हैं. महाराष्ट्र में राज्य में पानी की समस्या है जहां कई नदियों का उद्गम होता है. 75 साल का यह दौर बहुत लंबा है. कई लोगों ने किसानों का मुद्दा लेकर चुनाव लड़ा. यह दुख की बात है कि आज भी प्याज के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है.' तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा है कि हमें लोगों के बारे में सोचना होगा.
देश को नई जल नीतियों की जरूरत : केसीआर ने कहा कि 'आज हमारे पास जरूरत से दोगुना पानी है. बारिश का पानी नदी में बहता है. 50 हजार टीएमसी पानी समुद्र में चला जाता है. इतने सारे नेता हैं और कुछ भी नहीं हो रहा है.'
केसीआर ने कहा कि 'भारत के पास सर्वाधिक कृषि योग्य भूमि है. अमेरिका में 29 प्रतिशत, चीन में 16 प्रतिशत, भारत में 50 प्रतिशत कृषि के लिए उपयुक्त भूमि है. हर एकड़ जितना पानी उपलब्ध है उतना पानी दे सकता है. उद्योगों के लिए पानी उपलब्ध कराने के बाद भी पानी बना रहता है.' के चंद्रशेखर राव ने कहा कि देश में नई जल नीति लाने की कोशिश करने की जरूरत है.