हल्द्वानी (उत्तराखंड):तराई पूर्वी वन प्रभाग के सुरई रेंज में बाघ की मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. किलपुरा रेंज में हाथी की मौत भी हुई है. हाथी और बाघ की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वन विभाग के डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई की है. अब रिपोर्ट का इंतजार है.
उत्तराखंड के तराई पूर्वी वन क्षेत्र में बाघ और हाथी की मौत से हड़कंप, जांच में जुटा विभाग
Death of tiger and elephant in Kumaon Forest उत्तराखंड में कुमाऊं के वन्य क्षेत्र सुरई रेंज में एक बाघ और किलपुरा रेंज में एक हाथी की मौत हुई है. डीएफओ संदीप कुमार के अनुसार जिस बाघ की डेड बॉडी मिली है वो नर था. बाघ की उम्र करीब 12 साल थी. वहीं जिस नर हाथी का शव मिला है वो 15 साल का रहा होगा. दोनों वन्य जीवों की मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद चल पाएगा.
Published : Dec 29, 2023, 11:55 AM IST
|Updated : Dec 29, 2023, 2:17 PM IST
सुरई रेंज में बाघ की मौत:तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि सुरई रेंज में बाघ की मौत की सूचना के बाद वन विभाग की मौके पर पहुंची टीम ने जांच पड़ताल की. जांच में पाया गया कि बाघ की उम्र 10 से 15 साल के आसपास है. ये नर बाघ है. प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा है कि किसी बीमारी के चलते बाघ की मौत हुई होगी. हालांकि इसके बावजूद पोस्टमार्टम किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा.
कुलपुरा रेंज में हाथी की मौत: इधर किलपुरा रेंज में हाथी की बीमारी से मौत हुई है. डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि हाथी कई दिनों से बीमार था. उसकी वन विभाग के कर्मचारी देखरेख कर रहे थे. नर हाथी की उम्र 15 साल के आसपास बताई जा रही है. हाथी बीमारी के चलते काफी कमजोर हो गया था. प्रथम दृष्टया हाथी की मौत का कारण बीमार होना प्रतीत हो रहा है. डॉक्टर के पैनल्स के माध्यम से दोनों वन्यजीवों का पोस्टमार्टम कराया जा जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दोनों जानवरों की मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद दोनों वन जीवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
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