रायपुर : प्रदेश में आधुनिक संसाधन बेहतर अस्पताल और प्रशिक्षित डॉक्टर होने के बाद भी नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा रुक नहीं रहा है. आंकड़ें बताते हैं कि प्रति हजार 38 बच्चों की मौत हो रही है. यह वे बच्चे हैं. जिनकी मौत जन्म के बाद 1 साल के भीतर हो जाती है. यानी कि वे बच्चे अपना पहला जन्मदिन भी नहीं ( Maternal Infant Mortality Rate in Chhattisgarh) मना पाते. यह काफी चौंकाने वाले आंकड़ें (Maternal Child Rate Data in Chhattisgarh) हैं.
क्या है स्वास्थ्य विभाग का दावा : विभाग का दावा है कि प्रदेश में प्रसव के दौरान शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आई हुई है.वहीं मातृ मृत्यु दर भी काफी कम हुआ(Death of newborn children is not stopping in Chhattisgarh ) है. इसकी वजह स्वास्थ्य सुविधाओं का बढ़ना बताया जा रहा है. लगातार शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों को दुरुस्त किया जा रहा (health department claims in chhattisgarh) है. आधुनिक मशीनों उपलब्ध कराई जा रही (Increase in infant mortality rate in Chhattisgarh) है. साथ ही प्रशिक्षित डाक्टरों के माध्यम से प्रसव कराया जा रहा है. जिस वजह से शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आई है. बावजूद इसके छत्तीसगढ़ शिशु मृत्यु दर में तीसरे नंबर पर है. जबकि मध्य प्रदेश पहले और उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है. छत्तीसगढ़ में शिशु मृत्यु दर साल 2019 में प्रति हजर 40 थी, जो साल 2020 में 38 पर आ गई है. साल 2017 में भी यही स्थिति (Maternal Infant Mortality Rate in Chhattisgarh) थी. इसके बाद 2018 में आंकड़ा प्रति हजार 41 पर आ गया है. जब राज्य बना तब यहां शिशु मृत्यु दर प्रति हजार 58 थी.
पांच राज्य जहां सबसे ज्यादा शिशु मृत्यु दर
राज्य | 2020 | 2019 | 2018 | 2017 |
मध्यप्रदेश | 43 | 46 | 48 | 47 |
उत्तरप्रदेश | 38 | 41 | 43 | 41 |
छत्तीसगढ़ | 38 | 40 | 41 | 38 |
असम | 36 | 40 | 41 | 44 |
ओडिशा | 36 | 38 | 40 | 41 |
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के बाद शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है. ये आंकड़ा केंद्र सरकार के सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम ने जारी किया (central government has released the figures of infant mortality) है. प्रदेश में संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी, हर जिला अस्पतालों में नियॉनेटल विभाग के कारण शिशुओं की जान बचाने में मदद मिली है.
क्या हैं केंद्र सरकार के आंकड़ें :केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 की तुलना में साल 2020 में छत्तीसगढ़ में नवजात मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु दर में बड़ी कमी आई है. आंकड़े 2020 तक के जारी किए गए हैं. इससे साफ है कि कोरोना काल में भी सुरक्षित संस्थागत प्रसव प्रदेश में कराया गया.
मातृ शिशु मृत्यु दर के रायपुर के आंकड़े
साल | 2019 के आंकड़े | 2020 के आंकड़े | 2021 के आंकड़े | 2022 के आंकड़े |
मातृ मृत्यु की संख्या | 163 | 161 | 158 | 127 |
शिशु मृत्यु की संख्या | 28 | 25 | 31 | 31 |
5 वर्ष तक के बच्चों के मौत के आंकड़े | 17 | 12 | 17 | 18 |