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आकाशीय बिजली गिरने से भारत में हर दिन औसतन चार से अधिक लोगों की मौत

'बिजली गिरने के संबंध में वार्षिक रिपोर्ट' में यह सामने आया है कि आकाशीय बिजली गिरने से भारत में हर दिन औसतन चार से अधिक लोगों की मौत हो रही है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 10, 2021, 5:53 PM IST

नई दिल्ली :आकाशीय बिजली गिरने से भारत में हर दिन औसतन चार से अधिक लोगों की मौत हो रही है. बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने से मौत के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से क्लाइमेट रेसिलियंट ऑब्जर्विंग सिस्टम प्रमोशन काउंसिल द्वारा तैयार की गई 'बिजली गिरने के संबंध में वार्षिक रिपोर्ट' में यह बात सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक देश के विभिन्न राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में 1611 लोगों की मौत हुई. इस प्रकार, देश में आकाशीय बिजली गिरने से हर दिन औसतन चार से अधिक लोगों की मौत हो रही है.

रिपोर्ट के अनुसार, एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक आकाशीय बिजली गिरने से बिहार में 401 लोगों की मौत हुई जबकि उत्तर प्रदेश में 238, मध्यप्रदेश में 228, ओडिशा में 156, झारखंड में 132, छत्तीसगढ़ में 72 लोगों की मौत हुई. इसके कारण महाराष्ट्र में 58 और कर्नाटक में 54 लोगों की मौत हुई.

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में देश के विभिन्न राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने की कुल 47.69 लाख घटनाएं सामने आईं जो वर्ष 2020 में बढ़कर 63.30 लाख हो गईं. वर्ष 2021 में जून माह तक देश में आकाशीय बिजली गिरने के 27.87 लाख मामले सामने आए . इस प्रकार, पिछले ढाई वर्षों में देश में आकाशीय बिजली गिरने की 1.38 करोड़ घटनाएं दर्ज की गईं.

इसमें कहा गया है कि वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में 25 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई जबकि वर्ष 2021 में जून तक पिछले वर्ष की समान अवधि से तुलना करने पर ऐसी घटनाओं में 10 प्रतिशत की कमी का पता चलता है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि भारतीय ऊष्णदेशीय मौसम विभाग संस्थान, पुणे ने बिजली गिरने की घटनाओं का पता लगाने के लिये देश के अनेक स्थानों पर लाइटनिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किये हैं. उन्होंने बताया कि बिजली गिरने की घटनाओं की निगरानी के लिये दामिनी एप भी विकसित किया गया है.

आईएमडी में आकाशीय बिजली संबंधी विभाग की प्रमुख डॉ. सोमा सेन राय ने कहा कि कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि पिछले 20-25 वर्षों के दौरान आकाशीय बिजली गिरने और गरज के साथ तूफान आने की घटनाएं बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हिमालयी क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं काफी बढ़ी हैं . इसका संबंध वैश्विक तापमान वृद्धि से है. इस संबंध में जिला स्तर पर भी चेतावनियां जारी की जाती हैं.

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मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में वर्ष 2019 में आकाशीय बिजली गिरने की 5.39 लाख घटनाएं, वर्ष 2020 में 1.73 लाख घटनाएं और 2021 में जून तक 2.85 लाख घटनाएं सामने आईं .

छत्तीसगढ़ में वर्ष 2019 में आकाशीय बिजली गिरने की 3.43 लाख घटनाएं, वर्ष 2020 में 6.53 लाख घटनाएं और 2021 में जून तक 2.62 लाख घटनाएं दर्ज की गई. महाराष्ट्र में वर्ष 2019 में ऐसी 4.02 लाख घटनाएं, वर्ष 2020 में 5.68 लाख घटनाएं और 2021 में जून माह तक 2.13 लाख घटनाएं दर्ज की गईं.

उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की वर्ष 2019 में 2.44 लाख घटनाएं, 2020 में 1.09 लाख घटनाएं और 2021 में जून माह तक 1.17 लाख घटनाएं दर्ज की गईं. पश्चिम बंगाल में वर्ष 2019 में ऐसी 3.63 लाख घटनाएं, वर्ष 2020 में 36,574 घटनाएं और वर्ष 2021 में जून माह तक 3.05 लाख घटनाएं सामने आई.

(पीटीआई-भाषा)

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