नई दिल्ली : साहित्य अकादमी ने हिंदी के लिए दया प्रकाश सिन्हा (Daya Prakash Sinha) और अंग्रेजी के लिए नमिता गोखले (Namita Gokhale) समेत 20 भारतीय भाषाओं के लेखकों को वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा बृहस्पतिवार को की.
अकादमी के सचिव के श्रीनिवास राव ने एक विज्ञप्ति में बताया कि हिंदी के लिए दया प्रकाश सिन्हा को उनके नाटक 'सम्राट अशोक', अंग्रेज़ी के लिए नमिता गोखले को उनके उपन्यास 'थिंग्स टू लीव बिहाइंड' तथा पंजाबी के लिए खालिद हुसैन को उनके कहानी संग्रह 'सूलां दा सालण' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. उन्होंने बताया कि साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 के लिए घोषित पुरस्कारों में सात कविता-संग्रह, पांच कहानी-संग्रह, दो उपन्यास, दो नाटक, एक जीवन-चरित्र, एक आत्मकथा, एक महाकाव्य तथा एक आलोचना की पुस्तकें शामिल हैं.
सचिव ने बताया, 'पुरस्कारों की अनुशंसा इन भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई तथा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अनुमोदित किया गया.' राव ने बताया कि गुजराती, मैथिली, मणिपुरी और उर्दू भाषाओं के पुरस्कार बाद में घोषित किए जाएंगे. अकादमी हर साल कुल 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को पुरस्कृत करती है.
राव के मुताबिक, कविता-संग्रहों के लिए मोदाय गाहाय (बोडो), संजीव वेरेंकार (कोंकणी), हृषिकेश मल्लिक (ओड़िया), मीठेश निर्मोही (राजस्थानी), विन्ध्येश्वरी प्रसाद मिश्र 'विनय' (संस्कृत), अर्जुन चावला (सिंधी), गोराति वेंकन्ना (तेलुगु) को पुरस्कृत किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कहानी-संग्रह के लिए राज राही (डोगरी), किरण गुरव (मराठी), निरंजन हांसदा (संताली) और अम्बई (तमिल) को पुरस्कार से नवाजा जाएगा. अकादमी के सचिव के मुताबिक, उपन्यास के लिए अनुराधा शर्मा पुजारी (असमिया), नाटक के लिए ब्रत्य बासु (बांग्ला), जीवन-चरित्र के लिए डी.एस. नागभूषण (कन्नड़), महाकाव्य के लिए छविलाल उपाध्याय (नेपाली), आत्मकथा के लिए जॉर्ज ओनाक्कूर (मलयालम) तथा आलोचना के लिए वली मोहम्मद असीर किश्तवारी (कश्मीरी) का पुरस्कार के लिए चयन किया गया है.