नई दिल्ली : पाकिस्तान की सरजमीं से आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए वैश्विक दबाव बढ़ता देख भारत का मोस्ट वांटेड भगोड़ा दाऊद इब्राहिम ने अपने परिवार के प्रमुख सदस्यों को कराची से रवाना कर दिया है, जिसमें उसका बेटा और दो छोटे भाई शामिल हैं. भारतीय खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले दाऊद ने अपनी बड़ी बेटी माहरुख के लिए पुर्तगाली पासपोर्ट की व्यवस्था की थी. माहरुख की शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से हुई है.
सूत्रों ने कहा कि दाऊद का छोटा भाई मुस्तकीम अली कास्कर पहले से ही दुबई में बसा हुआ है और संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन व कतर में डी-कंपनी के 'वैध' कारोबार की देखभाल करता है. मुस्तकीम संयुक्त अरब अमीरात में एक कपड़ा कारखाना चलाता है. कथित तौर पर वही डी-परिवार के उन करीबी रिश्तेदारों की देखभाल भी करता है, जिन्हें हाल ही में कराची से दुबई भेजा गया था.
खुफिया सूत्रों ने बताया कि दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम, जो कराची में डिफेंस हाउसिंग एरिया में रहता है, वह भी पिछले दो हफ्तों से रडार के दायरे से बाहर है. दाऊद का कुख्यात लेफ्टिनेंट और जबरन वसूली करने वाला आदमी-छोटा शकील भी इन दिनों चुप है.
वर्ष 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के एक आरोपी अनीस इब्राहिम ने भी डी-कंपनी के वित्तीय साम्राज्य की देखभाल के लिए अपने बच्चों को मध्यपूर्व के एक देश में भेज दिया है. इस समय इब्राहिम सिंध प्रांत के कोटली औद्योगिक क्षेत्र में कराची से 154 किमी दूर स्थित मेहरान पेपर मिल की देखभाल करता है.
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा संरक्षण प्राप्त पेपर मिल कथित रूप से फेक इंडियन करेंसी नोट्स (एफआईसीएन) की छपाई में शामिल है. इससे पहले, विदेशी संपत्ति नियंत्रण के ट्रेजरी कार्यालय के अमेरिकी विभाग ने इस्लामाबाद को पेपर मिल को बंद करने के लिए कहा था, क्योंकि यह भगोड़े दाऊद इब्राहिम के खिलाफ दायर विदेशी नारकोटिक्स किंगपिन पदनाम अधिनियम के अधीन था.