विल्लुपुरम: कहा जाता है कि बेटियां अपने पिता के सबसे ज्यादा करीब हाेती हैं, 'जिगर का टुकड़ा' हाेती हैं. सदियाें से पिता अपनी बेटी काे पढ़ाने-लिखाने से लेकर अच्छे घर में उसकी शादी कराने तक न जाने कितनी ही कुर्बानियां देता आया है, ताकि बेटी का जीवन खुशियाें से भर जाए और उसे किसी की बुरी नजर भी न लगे लेकिन तमिलनाडु के एक गांव से एक ऐसा मामले सामने आया है जिसने इस रिश्ते काे शर्मसार कर दिया है.
यहां एक बेटी काे आत्मरक्षा में अपने ही पिता की हत्या करनी पड़ी क्याेंकि उसे इस धरती पर लाने वाला उसका पिता ही उसके साथ रेप करने की काेशिश कर रहा था.
विल्लुपुरम जिले के जिंजी के पास कोविलपुरैयूर गांव में वेंकटेश (40) अपनी दाे बेटियाें के साथ रहता था. उसकी पत्नी की माैत हाे गई थी. वह एक विकलांग व्यक्ति था.
वेंकटेश की सबसे बड़ी बेटी चेन्नई के एक फेसम कपड़ों की दुकान में काम करती है, वहीं उसकी दूसरी बेटी अवलूरपेट में ग्यारहवीं की पढ़ाई कर रही है. वेंकटेश स्थानीय चुनाव में नामांकन दाखिल करने मेलमलयानूर गया था. जब वह घर लौटा तो उसके सीने में चाकू मारकर हत्या कर दी गई.