नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता 'राष्ट्रवादी' हैं, 'न दक्षिणपंथी हैं और न वामपंथी'. एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान द्वारा बुधवार को आयोजित 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ : काल, आज और कल' विषय पर दीनदयाल स्मारक व्याख्यान में होसबोले ने कहा, "हम न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी. हम राष्ट्रवादी हैं. संघ केवल राष्ट्र के हित में काम कर रहा है."
होसबोले ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे. उनकी पूजा का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन उन सभी का डीएनए एक ही है. उन्होंने आगे कहा, "संघ केवल शाखा लगाएगा, लेकिन संघ के स्वयंसेवक सभी काम करेंगे. सभी के सामूहिक प्रयास से ही भारत विश्व गुरु बनकर विश्व का नेतृत्व करेगा. संघ सभी को मानता है, भारत के धर्म और संप्रदाय एक हैं."
उन्होंने कहा, "लोग अपने पंथ की बातों को रखते हुए संघ कार्य कर सकते हैं. संघ कठोर नहीं, बल्कि लचीला है. संघ को समझने के लिए हृदय की आवश्यकता नहीं है. केवल मन काम नहीं करता. हृदय और मन को बनाना संघ का कार्य है. जानिए, जीवन क्या है और जीवन का लक्ष्य क्या है." आरएसएस महासचिव ने कहा कि संविधान अच्छा है और उसे चलाने वाले खराब हैं तो संविधान भी कुछ नहीं कर सकता.