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दरभंगा ब्लास्ट : अब तक का सबसे बड़ा खुलासा, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का है हाथ! - पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी

बिहार के दरभंगा जंक्शन पर हुए ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों की माने तो इस ब्लास्ट का तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ रहा है. फिलहाल एटीएस पूरे मामले की जांच कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

दरभंगा ब्लास्ट
दरभंगा ब्लास्ट

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Published : Jun 23, 2021, 11:01 AM IST

पटना: बिहार के दरभंगा में हुए ब्लास्ट ( Darbhanga Blast Case ) मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस बलास्ट का कनेक्शन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ रहा है. फिलहाल एटीएस की टीम मामले की जांच कर रही है.

जांच करती एटीएस की टीम

सूत्रों की माने तो इस मामले में सिकंदराबाद रेल थाना पुलिस ( Secunderabad GRP ) और तेलंगाना ATS के सहियोग से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है. खबर ये भी है कि इस मामले की जांच NIA को सौंपा जा सकता है.

ISI कनेक्शन

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क्या है मामला
गौरतलब है कि दरभंगा रेलवे स्टेशन ( Darbhanga Railway Station ) पर 17 जून को एक पार्सल में धमाका ( blast in parcel ) हुआ था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. बताया जाता है कि पार्सल में कुछ कपड़े थे और इनके बीच केमिकल की एक शीशी रखी हुई थी.

जांच करती पुलिस

जानकारी के अनुसार, पार्सल भेजने वाले का नाम-पता आंध्रप्रदेश सिकंदराबाद निवासी सूफियान लिखा था. जांच के क्रम में पाया गया कि उसका मोबाइल नंबर उत्तर प्रदेश के शामली जिले का है. सूत्रों के अनुसार, एटीएस ( UP ATS ) की टीम शामली पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है.

दरभंगा जंक्शन पर ब्लास्ट

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दरभंगा ब्लास्ट का शामली कनेक्शन
जानकारी के अनुसार पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का जो मोबाइल नंबर ट्रेस हुआ है, वह यूपी के शामली से जुड़ा हुआ है. दरभंगा मामले में एटीएस, यूपी के शामली में भी जांच कर सकती है. बताया जा रहा है कि पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का फोन नंबर और एड्रेस दोनों गलत पाया गया है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह पार्सल भेजा है उसका नाम भी सही है या नहीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.

सीडीआर में विदेशी नंबर
सूत्रों की माने तो एटीएस की टीम ने मोबाइल नंबर की सीडीआर ( CDR ) भी निकलवाई है. जानकारी के अनुसार, कॉल डिटेल रिपोर्ट में कुछ विदेशी नंबर मिले हैं. बताया जा रहा है कि उन नंबरों पर लगातार बात हो रही थी.

मो. सूफियान की तलाश में जुटी ATS
बता दें कि दरभंगा ब्लास्ट मामले में जब से मोहम्मद सूफियान का नाम सामने आया है, तब से वह जांच एजेंसियों के रडार पर है. अब शामली में उसकी तलाश की जा रही है. एटीएस को शक है कि ये मो सूफियान अख्तर हो सकता है. जिसकी तलाश आतंकी कनेक्शन को लेकर साल 2016 से की जा रही है. खबर के मुताबिक 2016 में जब आतंकी सामी को गिरफ्तार किया गया था तो पहली बार मो. सूफियान का नाम सामने आया था. तब से एटीएस को उसकी तलाश है. खबर के मुताबिक आतंकी सूफियान पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ले चुका है.

17 जून को हुआ था पार्सल विस्फोट
बताते चलें कि गत 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर एक पार्सल में अचानक विस्फोट हो गया था. यह पार्सल 15 जून को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से दरभंगा के किसी सुफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक कराया गया था. कुलियों के द्वारा इसे ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर 2 से इस पार्सल को ट्रेन से उतारे जाने और फिर ओवर ब्रिज के रास्ते प्लेटफार्म नंबर 1 पर लाने के बाद इसमें ब्लास्ट हो गया था.

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