जम्मू : केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने दरबार स्थानांतरण को स्थगित कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक सचिवालय दोनों शहरों- श्रीनगर और जम्मू में काम करेगा. यहां कोरोना की स्थिति को लेकर बृहस्पतिवार को बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसकी घोषणा की.
बता दें कि जम्मू की गर्मी और श्रीनगर की सर्दी से बचने के लिए वर्ष 1872 में महाराजा गुलाब सिंह ने दरबार स्थानांतरण की परंपरा शुरू की थी. इसके तहत सर्दी के छह महीनों के दौरान जम्मू से जबकि गर्मी के छह महीने के दौरान श्रीनगर से प्रशासनिक कामकाज होता है.
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दरबार स्थानांतरण और प्रशासनिक सचिवालय बदलने की प्रक्रिया के तहत अन्य कार्यालयों और राजभवन को 30 अप्रैल से एक मई के बीच बंद कर दिया जाता है. जम्मू-कश्मीर की गर्मियों की राजधानी श्रीनगर में 10 मई से फिर से कामकाज शुरू होता है.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के चलते सरकार ने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं. कोविड के चलते दरबार स्थानांतरण को टाल दिया गया है. सचिवालय दोनों स्थानों, श्रीनगर और जम्मू से काम करेगा. ई-ऑफिस व्यवस्था के होने से कार्यालयों के कामकाज पर असर नहीं पड़ेगा.