रायपुर: छत्तीसगढ़ के आठ जिलों में कोरोना के मामले बीते दो तीन दिन में तेजी से बढ़े हैं. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 190 हो गई है. मंगलवार को बिलासपुर में कोविड के साथ दूसरी बीमारी से ग्रसित एक मरीज की मौत हुई है तो वहीं प्रदेश में कुल 975 सैंपलों की जांच में 48 नए मरीज मिले हैं. वहीं होम आइसोलेशन के 12 मरीजों को स्वस्थ घोषित किया गया है. सोमवार को छत्तीसगढ़ में 47 तो वहीं रविवार के 22 मरीज मिले थे. छत्तीसगढ़ में संक्रमण दर 4.9 फीसदी पहुंच गई है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और 10 व 12 अप्रैल को माॅकड्रिल की तैयारी में है.
परखी जाएगी 112 अक्सीजन प्लांट की तैयारी: प्रदेश के सभी सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था है. छत्तीसगढ़ में 112 ऑक्सीजन प्लांट हैं. इनकी क्षमता 80 हजार एलपीएम है. 17 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हैं, जिनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, जशपुर, कांकेर, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, रायगढ़ और राजनंदगांव शामिल हैं. 49 ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर्स फंड, 46 प्लांट छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल और 17 प्लांट एनजीओ संचालित करती हैं. 10 और 12 अप्रैल को मॉकड्रिल करके इन्हें चेक भी किया जाएगा. एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ सुभाष मिश्रा के मुताबिक "जहां पर जो कमी होगी उसे ठीक किया जाएगा. क्योंकि केसेस बढ़ने की संभावनाएं अभी दिख रही हैं. सावधानी के लिए सभी सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही है. अभी तक की कोई खतरनाक वैरिएंट नहीं मिला है लेकिन सावधान रहने की जरूरत है."
रोजाना 386 मीट्रिक टन अक्सीजन का उत्पादन: प्रदेश के112 ऑक्सीजन प्लांट में से वर्तमान में 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पाद रोज हो रहा है. छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की खपत 169 मीट्रिक टन थी. वहीं तीसरी लहर में ऑक्सीजन की खपत घटकर 105 मैट्रिक टन तक रह गई थी. क्योंकि तीसरी लहर में मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही थी.