झालावाड़. राजस्थान के एक गांव में दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से दबंगों द्वारा रोकने का मामला सामने आया है. घटना झालावाड़ जिले के मिश्रौली थाना क्षेत्र के चंद्रपुरा गांव की बतायी जा रही है. जहां दलित दूल्हा महेश वर्मा कि गांव में बारात निकल रही थी, लेकिन दबंगों ने अपने घर के सामने से दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठ कर निकलने से रोक दिया. दलित समाज के अन्य लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. उसके बाद भारी पुलिस दल चंद्रपुरा गांव पहुंचा और पुलिस जाब्ते (फोर्स) की मौजूदगी में दलित दूल्हे की निकासी (बारात) निकाली जा सकी.
दलित दूल्हे महेश वर्मा (मेघवाल) ने बताया, कि देर रात (30 मार्च) चंद्रपुरा गांव में उसकी बारात निकाली जा रही थी, उसी दौरान जब बारात गांव के कुछ दबंग सवर्णों के घर के सामने पहुंची. तब दबंग परिवारों ने डीजे को बंद करा दिया और दूल्हे को घोड़ी से नीचे उतर कर पैदल जाने के लिए धमकाया. ऐसे में दलित परिवार के सभी लोगों ने निकासी को वापस मोड़ लिया. हालांकि उसी दौरान गांव के ही कुछ दलित लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. सूचना मिलते ही भवानीमडी डीएसपी किशोर सिंह चौहान मिश्रौली थाना पुलिस जाब्ते के साथ चंद्रपुरा गांव पहुंचे. फिर पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठा कर पूरे गांव में निकासी निकलवाई. हालांकि गांव के दबंगों के डर की वजह से पीड़ित परिवार द्वारा किसी नामजद व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज नहीं कराया गया है.