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चक्रवात निवार की चपेट में तमिलनाडु का कुड्डालोर, पुदुचेरी भी प्रभावित - Cyclone Nivar chennai

चेन्नई में चक्रवात निवार टकराया जरुर लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. चक्रवात ने तमिलनाडु के तटीय कुड्डालोर जिले और पुदुचेरी में कहर बरपाया है. जानिए चक्रवात के बाद के हालात ईटीवी भारत के चेन्नई ब्यूरो चीफ, एम सी राजन के विषलेशन में...

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Published : Nov 27, 2020, 10:47 PM IST

चेन्नई :चक्रवात निवार के तट से टकराने के बाद चेन्नई में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पूर्वी तट से 120 किलोमीटर दूर मरक्कमम में आए इस चक्रवात से तमिलनाडु के कुड्डालोर जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ. पुदुचेरी में भी निवार का असर देखा गया. निवार से हुई तबाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हजारों एकड़ में खड़ी फसलें या तो नष्ट हो गईं या पानी में डूब गईं. तेज हवाओं से तटीय जिले में बिजली के खंभे और पेड़ उखाड़ गए जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.

अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए. तमिलनाडु का कुड्डालोर जिला निवार से पहले चक्रवात वर्धा और चक्रवात निलम की मार भी झेल चुका है. एक बार फिर यह जिला चक्रवात निवार की चपेट में आया है. पुदुचेरी भी निवार के कहर से नहीं बच सका.

पुदुचेरी प्रशासन ने धारा 144 के तहत क्लैंपडाउन को वापस ले लिया और पुनर्स्थापना कार्यों शुरू कर दिया. सड़कों और गलियों में गिरे पेड़ों को हटाया गया. राहत कार्य अब भी जारी है. मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने सुबह इसका निरीक्षण किया.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने चक्रवाती तूफान से हुई तबाही व्यक्तिगत रूप से आकलन करने के लिए दोपहर में कुड्डालोर जिले का दौरा किया.

सरकार ने चक्रवात के कारण हुए नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है.

राजस्व मंत्री आरबी उदयकुमार ने मीडिया को बताया कि राहत और बहाली के काम युद्ध स्तर पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर 3,085 राहत शिविरों में 2.27 लाख लोगों को समायोजित किया गया है. जहां तक नुकसान की बात है, 101 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 26 मवेशी मार गए हैं. क्षति का आकलन और हिसाब लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और सरकार जल्द ही मुआवजे के पैकेज की घोषणा करेगी.

शहर में हुई मूसलाधार बारिश के कारण चेंबरामबक्कम झील का जलस्तर बढ़ गया और दक्षिणी उपनगरों में बाढ़ आ गई है. अडयार नदी भी इसी वजह से उफान पर है, जिसके बाद नदी किनारे बसी ज्यादातर झुग्गियों में रहने वाले लोगों को राहत केंद्रों में भेज दिया गया है. हालांकि, पानी का स्तर कल रात 9000 क्यूबिक फीट से घटाकर 500 क्यूबिक फीट हो गया है. गौरतलब है कि चेन्नई के प्रमुख जल स्रोतों में से एक, इस झील के द्वार पांच साल बाद खोले गए हैं.

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चेन्नई के लिए यह दिसंबर, 2015 के जलप्रलय का दोहराव नहीं था. पांच साल पहले शहर के अधिकांश हिस्से, विशेष रूप से दक्षिण में केवल नावों के माध्यम से आवागमन हो रहा था. आज शाम तक मुडिचुर, वेलाचेरी जैसे जलभराव वाले क्षेत्रों में निवासियों को छतों पर या पहली मंजिल पर जाते देखा गया.

चक्रवात के कमजोर होने के साथ भारी बारिश रूक गई है लेकिन पूरे शहर में तेज बूंदा-बांदी हो रही है. चेन्नई मेट्रो सहित परिवहन की सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं. हवाई अड्डा, जिसे कल बंद कर दिया गया था, पर उड़ान संचालन शुरू हो गया है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु और पुदुचेरी के मुख्यमंत्रियों के साथ बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. पीएम मोदी ने भी सीएम पलानीसामी से बात करने के बाद पीड़ितों की आर्थिक मदद का एलान किया.

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