अहमदाबाद :गुजरात के कच्छ मेंतूफान बिपरजॉय ने लैंडफॉल करना शुरू कर दिया है. इस वजह से 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. इस समय सौराष्ट्र के सभी इलाकों के अलावा अन्य जगहों पर भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा. बिपरजॉय की वजह से देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ उखड़ गए और होर्डिंग्स गिर गए, इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. कई इलाकों में एहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति बद कर दी गई है. मौसम विभाग के मुताबिक बिपरजॉय अभी जखौ से 50 किलोमीटर दूर है जबकि देवभूमि द्वारका से 110 किलोमीटर और नलिया से यह 70 किलोमीटर दूर है. बिपरजॉय के कारण जखाऊ-नलिया हाइवे बंद कर दिया गया है. वहीं रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. आईएमडी का कहना है कि पांच-छह घंटे में तूफान की गति धीमी हो जाएगी.
16 जून की शाम से मौसम हो जाएगा सामान्य :राज्य के मुख्यमंत्री पटेल ने राज्य आपदा नियंत्रण में अधिकारियों के साथ एक घंटे तक समीक्षा बैठक की और लैंडफॉल की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी हासिल की. बैठक के बाद मौसम विभाग के निदेशक मनोरमा मोहंती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब तूफान बिपरजॉय का सिलसिला शुरू हो गया है और 16 जून की शाम तक मौसम सामान्य हो जाएगा. मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि तूफान का मुख्य केंद्र अब जाखौबंदरगाह से 50 किमी दूर है और लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह प्रक्रिया आधी रात तक पूरी हो जाएगी. जब तूफान जखौ बंदरगाह से टकराएगा तो हवा की गति 125 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी. हालांकि आधी रात तक तूफान का बनना पूरा हो जाएगा और फिर सुबह तक तूफान की तीव्रता धीरे-धीरे कम हो जाएगी.
कच्छ में भारी नुकसान : तूफान बिपरजॉय की वजह से भुज में करंट लगने से दो मवेशियों की और पेड़ गिरने से एक मवेशी की मौत हो गई. वहीं कच्छ में 7 मवेशियों की मौत हो गई. जबकि गांधीधाम में करंट लगने से दो मवेशियों की मौत हो गई. कच्छ के तटीय इलाके के पास 118 पेड़ गिर गए हैं. इसके अलावा कच्छ के भुज, नखतराना, अब्दासा इलाके समेत कुल 157 बिजली के खंभे गिर गए हैं. द्वारका में भी कई स्थानों पर पेड़ गिर गए हैं. पोरबंदर शहर और आसपास के गांवों में पेड़ों के गिरने की संख्या बढ़ गई है. इस कारण बिजली का खंभा भी टूट कर गिरने से अधिकांश इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही. जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी.
बिपरजॉय को लेकर कंट्रोल रूम में तैनात अधिकारी विक्रम वरु ने बताया कि कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे काम कर रहा है. वहां अतिरिक्त कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है. कंट्रोल रूम में आज 25 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं, लेकिन वे पेड़ उखड़ने, बिजली कटौती और कच्चे घरों के छप्पर खराब होने की शिकायतें थीं. लेकिन अब तक कोई जान नहीं गई है.