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Cyclone Biparjoy : गुजरात के तटीय क्षेत्र की 73 गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित

चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' का लैंडफॉल गुजरात के जखाऊ में होने की संभावना है. इससे पहले तटीय क्षेत्र में रहने वाली 73 गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित कराया गया है. उनमें से 9 महिलाओं का प्रसव भी हो चुका है. इधर, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बिजली आर्पूति की तैयारियों और त्वरित बहाली व्यवस्था की समीक्षा की.

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Published : Jun 14, 2023, 12:11 PM IST

नई दिल्ली/अहमदाबाद : चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' गुजरात के तटीय इलाकों में दस्तक देने वाला है. 'बिपरजॉय' बुधवार रात या गुरुवात सुबह तक गुजरात तट से टकराने की संभावना है. तूफान की आशंका से स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है. इस बीच के तटीय क्षेत्र में रहने वाली 73 गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित कराया गया है. जिनमें से 9 गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव भी हो चुका है. राज्य पर संभावित चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का खतरा मंडरा रहा है. जामनगर जिला रेड अलर्ट पर है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जोरों पर जारी है.

चक्रवाती तूफान के मद्देनजर जिला पंचायत जामनगर की स्वास्थ्य शाखा द्वारा व्यापक उपाय किए जा रहे हैं. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को आपदा से निपटने के लिए तैयार किया गया है. रैपिड रिस्पांस मेडिकल टीम और मोबाइल मेडिकल टीम तटीय गांवों में बीमार लोगों के स्वास्थ्य के लिए मौजूद हैं. जिला स्वास्थ्य टीम सभी तटीय क्षेत्र में स्थित गांवों में पहुंच गई है. स्वास्थ्य केंद्र में 24x7 चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल के लिए निरंतर मौजूद हैं.

70 हजार लोगों का पुनर्वास किया गया: जामनगर पंथक में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर कंपनियों में काम करते हैं और वे छोटे मकानों में रहते हैं, जिनके तूफान में क्षतिग्रस्त होने की काफी संभावना है. प्रशासन की ओर से ऐसे करीब 70 हजार लोगों को स्थानांतरित जारी है.

पढ़ें :Cyclone Biparjoy: केंद्र सरकार अलर्ट, शाह ने कहा सभी तैयारियां पूरी, स्थिति पर 24 घंटे नजर

बिजली आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा : केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने मंगलवार को क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की तैयारियों और त्वरित बहाली व्यवस्था की समीक्षा की. बैठक में निर्णय लिया गया कि आपातकालीन बहाली प्रणाली (ईआरएस) आवश्यक लोगों और सामग्रियों के साथ रणनीतिक स्थानों पर तैनात की जाएगी, ताकि त्वरित बहाली प्रक्रिया शुरू की जा सके. पावरग्रिड ने मानेसर और वडोदरा में 247 कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं, जबकि नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (एनएलडीसी) समय पर कार्रवाई करने के लिए गुजरात और राजस्थान में ग्रिड आपूर्ति की लगातार निगरानी कर रहा है.

एनएलडीसी ने बिजली उत्पादन स्टेशनों, पारेषण लाइनों और उप-स्टेशनों की भी पहचान की है जो प्रभावित हो सकते हैं, और हर संभावित स्थिति से निपटने के लिए एक विस्तृत आकस्मिक योजना तैयार की है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिंह ने फोन पर गुजरात के ऊर्जा मंत्री के साथ विभिन्न आवश्यक प्रबंधों पर भी चर्चा की. सिंह ने सभी एजेंसियों को स्थिति की लगातार निगरानी करने और प्रभावित होने वाले राज्यों को स्थिर ग्रिड आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के सख्त निर्देश दिए. बैठक में बिजली मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए), ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया और पावरग्रिड के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.

(अतिरिक्त इनपुट-आईएनएएस)

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