नई दिल्ली :चक्रवात बिपरजॉय ने कच्छ के जखाऊ तट पर लैंडफॉल करना शुरू कर दिया है. 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही हैं. आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक, यह गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच जखाऊ बंदरगाह के करीब तट से टकराएगा. यह अब अरब सागर में जखाऊ बंदरगाह से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है. यह लगभग 15 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है. इसलिए, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय जिलों में लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है. आधी रात तक, लैंडफॉल प्रक्रिया जारी रहेगी.
तूफान के कारण जखाऊ में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. ओखा में चक्रवाती तूफान की तबाही शुरू हो चुकी है. यहां भी बिजली आपूर्ति बाधित है. जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं. कहीं-कहीं कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है, तो कहीं पर घरों और केबिनों की छतें उड़ीं नजर आ रही है. अमरेली में करीब 100 घरों के छप्पर उड़ गए हैं. तूफान के कारण अमरेली जिले में तेज हवाएं चल रही हैं. मोरांगी गांव के कई घर चक्रवात की चपेट में आ गए हैं. तूफान के कहर से कुछ लोगों के घायल होने की खबर है.
भारतीय तट रक्षक (उत्तर पश्चिम) क्षेत्र कमांडर महानिरीक्षक एके हरबोला ने कहा, "हम 1800 से 2000 घंटे (शाम 6 से 8 बजे) के बीच लैंडफॉल होने की उम्मीद कर रहे हैं. इसके बाद की स्थिति का अनुमान लगाते हुए, हमने लगभग 15 जहाजों और 7 विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है. हमने दमन में कोस्ट गार्ड स्टेशन पर 4 विशेष डोर्नियर और 3 हेलीकॉप्टर भी रखे हैं. यदि आवश्यक हो तो हम उन्हें तैनात करेंगे..."
जानकारी के मुताबिक, नलिया क्षेत्र में फिलहाल तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि यह तूफान आज शाम तक जखाऊ के तट से टकराएगा. मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि तूफान के दौरान 130 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. नलिया में कलेक्टर के आदेशानुसार, आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर अन्य दुकानें व बाजार बंद रहें. जिले में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आरपीएफ और दमकल विभाग की टीमों को तैनात किया गया है. लगभग 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. लिहाजा कच्छ की प्रशासनिक व्यवस्था किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, गुजरात के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ जिले में अगले 3 घंटों में मध्यम बारिश (5-15 मिमी/घंटा) के साथ हल्की गरज और अधिकतम सतही हवा की गति 40 किमी प्रति घंटे (झोंकों में) से कम होने की संभावना है. आईएमडी ने गुरुवार सुबह कहा कि चक्रवात बिपरजॉय वर्तमान में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने अरब सागर में चक्रवात बिपरजॉय की गति पर ताजा जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि आज सुबह चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. यह वर्तमान में उत्तर-पूर्व अरब सागर पर केंद्रित है. इसके चक्रवात के कारण हवा की गति 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 150 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. शाम तक, यह तट पर पहुंच जाएगा. यह जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान तट के पास सौराष्ट्र-कच्छ तट से टकराएगा.
उन्होंने यह भी बताया कि पूर्वानुमानों के अनुरूप चक्रवात एक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है. चक्रवात के केंद्र में हवा की गति मामूली रूप से कम हो गई है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह अभी भी एक प्रचंड तूफान है.
गेटवे ऑफ इंडिया के पास बड़ी-बड़ी लहरें : चक्रवात के कारण मुंबई शहर सहित कोंकण तट पर भारी बारिश हो रही है. मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र की बड़ी बड़ी लहरें आती नजर आ रही हैं. इसकी 145 किमी की तटरेखा है. इस पृष्ठभूमि में मुंबई नगर निगम द्वारा 120 प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए गए हैं. पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए बीच लाइफगार्ड सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक ड्यूटी पर रहेंगे.
18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ और 15 आरक्षित टीमें स्टैंडबाय पर हैं : डीजी अतुल करवाल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि वे सबसे खराब स्थिति के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ को तैनात किया है और एनडीआरएफ की 15 टीमों को रिजर्व में रखा गया है जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जा सकता है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे की जीवन का न्यूनतम नुकसान हो. हमारा लक्ष्य शून्य जीवन हानि है.
प्रत्येक शहर में पांच आरक्षित टीमों को भटिंडा, एर्नाकुलम और मुंडाली में तैनात किया गया है, जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा उपाय पहले ही किए जा चुके हैं. आज सुबह 9 बजे तक एक लाख लोगों को निकाला गया है, गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है, 4000 होर्डिंग हटा दिए गए हैं.
चक्रवात 'बिपरजॉय' के गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है. इसके मद्देनजर राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को वहां से शिफ्ट कर दिया है. साथ ही बचाव और राहत कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन यूनिटों को तैनात किया है.
अरब सागर में चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ ही सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह जानकारी देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बना 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' बिपरजॉय पिछले छह घंटे के दौरान छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ा और इसी क्षेत्र में केंद्रित है. तूफान से सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र और कराची (पाकिस्तान) में बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है.
चक्रवात 'बिपरजॉय' के दौरान सहायता के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की एक टुकड़ी के चार जहाज शॉर्ट नोटिस पर स्टैंडबाय मोड पर तैनात किये गये हैं. भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि बिपरजॉय के 15 जून की शाम को गुजरात के जखाऊ तट के पास टकराने की उम्मीद है. बताया गया कि यह कच्छ के रण के साथ-साथ राजस्थान के कुछ इलाकों को भी प्रभावित कर सकता है.