गांधीनगर: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तटीय इलाकों में गुरुवार शाम को पहुंचा. बेहद तेज रफ्तार तूफान की चपेट में आने से पिता-पुत्र दो लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 22 लोग घायल हो गए. इस आपदा के चलते 200 बिजली के खंभे और 250 पेड़ उखड़ गए हैं.
राहत बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. कम से कम जान-माल का नुकसान हो इसके लिए सरकार भरसक प्रयास में जुटी है. सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हैं. नियंत्रण कक्ष से इसकी निगरानी की जा रही है. इस बीच मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह तक तूफान के कमजोर पड़ने की उम्मीद जताई है.
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक सिंह ने कहा कि इस तूफान के चलते अब तक 23 जानवरों की मौत हो गई है और गुजरात में विभिन्न स्थानों पर तेज हवाओं के साथ 524 से अधिक पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए है. इससे लगभग 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई. तूफान के पहुंचने के साथ ही राज्य के सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई.
अधिकारियों ने कहा कि कई राहत और बचाव दल अलर्ट पर हैं. हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है. तूफान लगभग 50 किमी के व्यास में तट पर पहुंची. आईएमडी के अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र से आगे बढ़ा.
बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटे कर्मचारी सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चक्रवात चेतावनी: चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ तटों के करीब, जखाऊ पोर्ट के 10 किमी पश्चिम में देवभूमि द्वारका से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लैंडफॉल किया. अरब सागर के ऊपर बना चक्रवात बिपारजॉय गुजरात के तटीय इलाके में पहुंचा. इससे ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. पश्चिम रेलवे ने कहा कि इसके कारण, गुजरात के बिपरजॉय प्रभावित क्षेत्रों से चलने वाली या समाप्त होने वाली लगभग 99 ट्रेनें रद्द या शॉर्ट-टर्मिनेटेड रहेंगी. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तूफान गुरुवार आधी रात तक जारी रहा.
इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार सुबह गांधीनगर में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इससे पहले बुधवार को आईएमडी ने सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि वीएससीएस (वेरी सेवर साइक्लोनिक स्टॉर्म) 'बिपरजॉय' सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के तटों से सटे मांडवी और कराची के बीच जखाऊ बंदरगाह के पास गुरुवार शाम तक पहुंच जाएगा.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज तड़के कहा कि चक्रवात बिपरजॉय के शुक्रवार सुबह तक और कमजोर होने और शाम को डिप्रेशन में जाने की उम्मीद है. आईएमडी के अधिकारियों ने कहा कि गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था और इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की उम्मीद है.
राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान:अधिकारियों ने राजस्थान में शुक्रवार को भारी बारिश की उम्मीद जतायी है. आईएमडी ने एक ट्वीट में कहा कि चक्रवाती तूफान 2:30 बजे तक नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में केंद्रित था. बिपरजॉय उत्तर पूर्व की ओर बढ़ा और गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के करीब पाकिस्तान तट से सटे सौराष्ट्र-कच्छ को पार कर गया. चक्रवात की तीव्रता 105-115 किमी प्रति घंटे तक कम हो गई है.
पानी में फंसे मवेशियों को बचाते समय पिता-पुत्र की मौत:गुजरात में बिपरजॉय चक्रवात के कारण हो रही तेज बारिश के बीच भावनगर में बृहस्पतिवार को एक उफनते नाले में फंसी अपनी बकरियों को बचाते समय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई. चक्रवात के बृहस्पतिवार को कच्छ जिले में दस्तक देने के बाद भावनगर सहित गुजरात के कई हिस्सों में काफी बारिश हुई है. अचानक पानी आने से बकरियों का झुंड नाले में फंस गया. जानवरों को बचाने के लिए 55 वर्षीय रामजी परमार और उनका बेटा राकेश परमार (22) नाले में घुस गए. हालांकि, वे पानी में बह गए. उनके शवों को कुछ दूर से निकाल लिया गया.' अधिकारी ने कहा कि 22 बकरियां और एक भेड़ की भी मौत हो गई. 200 बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 250 पेड़ उखड़ गए हैं.
(एजेंसियां)