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Cyclone Biparjoy: गुजरात की ओर बढ़ रहा 'बिपरजॉय', कच्छ में भूकंप के झटके

चक्रवात तूफान बिपरजॉय गुजरात के कच्छ से अब 260 किमी दूर केंद्रित है. इसके मद्देनजर गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बचाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने विभिन्न स्तरों पर तैयारियों की समीक्षा की. गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रहा है. तटीय क्षेत्रों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थायी आश्रय शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. ऐसे समय में कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं.

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चक्रवात बिपरजॉय: केंद्र सरकार अलर्ट, शाह ने कहा तूफान का सामना करने की तैयारी पूरी

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Published : Jun 14, 2023, 8:52 AM IST

Updated : Jun 14, 2023, 9:53 PM IST

तूफान बिपरजॉय
जानिए क्या कहा मौसम विभाग की निदेशक ने

अहमदाबाद:अरब सागर से उठा चक्रवात 'बिपारजॉय' गुजरात के कच्छ से केवल 260 किमी दूर स्थित है. चक्रवात के कारण समुद्र की बड़ी-बड़ी लहरें तटों से टकरा रही हैं. ये दृश्य किसी प्राकृतिक खौफनाक मंजर से कम नहीं लग रहा है. केंद्र सरकार तूफान को लेकर हाई अलर्ट पर है. बहरहाल, तटीय क्षेत्रों में बजे गांवों से अब तक 47,113 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि चक्रवात कच्छ से केवल 260 कि.मी दूर पर है. बचाव, बिजली, सड़क, मोबाइल टावर आदि पर कार्य योजना तैयार है. कच्छ में स्थित जखाऊ पोर्ट के 0 से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले कुल 47113 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. आगे की निकासी का कार्य शाम तक तक पूरा कर लिया जाएगा.

तटों पर रखी मछुआरों की नौका

कच्छ जिले में 3.5 तीव्रता का भूकंप :कच्छ जिले में बुधवार शाम ऐसे समय 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जब क्षेत्र में चक्रवात 'बिपरजॉय' तट की ओर बढ़ रहा है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने कहा कि भूकंप कच्छ जिले के भचाऊ से पांच किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम में शाम पांच बजकर पांच मिनट पर महसूस किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'बिपारजॉय' के बृहस्पतिवार शाम तक सौराष्ट्र, कच्छ और आसपास के पाकिस्तानी तटों से गुजरने तथा कच्छ में जखौ बंदरगाह से टकराने की संभावना है.

सीएम भूपेंद्र पटेल ने संभावित चक्रवात प्रभावित जिलों के सरपंच से की चर्चा :चक्रवात के गुजरात में 15 जून को जखौ बंदरगाह के पास टकराने की संभावना है. वहीं चक्रवात के प्रबल होने को देखते हुए केंद्र सरकार भी संभावित स्थिति और तैयारियों पर नजर बनाए हुए है. साथ ही जमीनी हालात का अंदाजा लगाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उन जिलों के सरपंचों से टेलीफोन पर बातचीत की जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है.

गांव को रस्सी से बांधा : जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने तेज हवाओं और भारी वर्षा का सामना करने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. अपने घर को सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करने के उपाय के रूप में अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं.

290 कि.मी दूर स्थित बिपरजॉय :उन्होंने बताया कि बिपरजॉय कच्छ से 290 कि.मी दूर है और इसके जखाउ में लैंडफॉल के दौरान 150 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. द्वारका खंभालिया और मांडवी में भी चक्रवात का प्रभाव नजर आने लगा है. पिछले 24 घंटों में तेज हवाओं के साथ 90 मिलीमीटर तक भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है. प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए लोगों का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि जूनागढ़ में 4,462, कच्छ में 17,739, जामनगर में 8,542, पोरबंदर में 3,469, द्वारका में 4,863, मोरबी में 1,936 और राजकोट में 4,497 कुल 47,113 लोगों को निकाला गया है.

पांडेय ने सीएम भूपेंद्र पटेल से समीक्षा के बाद आगे कहा कि चक्रवात की गति को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि चक्रवात से सारी तकनीक क्षतिग्रस्त हो सकती है. चक्रवात के दौरान और बचाव कार्य के दौरान मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं होने पर सैटेलाइट फोन और हैम रेडियो सेवाएं भी शुरू की जाएंगी. इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा मोबाइल टावरों की इंटर-कनेक्टिविटी प्रणाली भी शुरू की गई है.

आठ जिलों में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें :भारत सरकार की सभी एजेंसियां ​​किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आपदा का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है. एनडीआरएफ की दो टीमें जो राजकोट में रिजर्व थीं, उन्हें कच्छ भेजा गया है. पांडेय ने आगे कहा कि एनडीआरएफ की टीम फिलहाल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और तूफान के दौरान क्या करें और क्या न करें, इसकी जानकारी दे रही है. फिलहाल आठ जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं. गांधीनगर में रिजर्व में रही एक टीम को राजकोट भेजा गया है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर पंजाब और तमिलनाडु से और टीमों को एयरलिफ्ट किया जाएगा.

तेज हवा से गिरे पेड़

रक्षा मंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों से बात की :रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपारजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. सिंह ने ट्विटर पर कहा, 'तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपारजॉय' के संबंध में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की.' उन्होंने कहा, "सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति या आपात स्थिति से निपटने में अधिकारियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं." चक्रवात ‘बिपारजॉय’ गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है.

बीएसएफ के तैयारियों की आईजी ने की समीक्षा : चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को देखते हुए बीएसएफ ने चक्रवात के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए खुद को तैयार कर लिया है. बिपरजॉय के 15 जून को जखाऊ तट के पास लैंडफॉल करने की उम्मीद है और उसके बाद राजस्थान की ओर रूख कर जाएगा. बीएसएफ आईजी रवि गांधी ने चक्रवात से संभावित विनाशकारी प्रभावों को कम करने के लिए अपनाए जा रहे उपायों की समीक्षा की. साथ ही भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया. जखाऊ तट के करीब स्थित गुनाओ गांव के करीब 50 ग्रामीणों को बीएसएफ की गुनाओ चौकी में स्थानांतरित कर दिया गया है.

स्वामीनारायण मंदिर 11,000 फूड पैकेट का वितरित करेगा :तूफान के दौरान भुज स्वामीनारायण मंदिर द्वारा लोगों के लिए 11,000 फूड पैकेट तैयार किए गए हैं. इन फूड पैकेट्स को मांडवी, जखौ, नलिया आदि क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। बूंदी और गांठिया के प्रसाद को फुट पैकेट में बांटने की योजना है. कार्यालय में सेवा संगठनों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें संभावित तूफान की स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टर से सेवा आदेश के अनुरूप सभी संस्थाएं, भुज नूतन स्वामीनारायण मंदिर के प्रमुख कोठारी मुरजी शियानी एवं ट्रस्टी शशिकांत ठक्कर उपस्थित थे. वहीं भुज स्वामीनारायण मंदिर द्वारा प्रभावितों को पर्याप्त मात्रा में भोजन पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सेवा गतिविधियां शुरू की गई हैं.

इससे पहले अमित शाह से सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा की. दोनों राज्यों में सरकार की ओर से तूफान को लेकर उठाए गए कदमों पर उन्होंने संतोष जताया. शाह ने गुजरात सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने तूफान की चपेट में आने वाले 30 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है.

राहत सामग्री

अमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि किसी भी नुकसान की स्थिति में , इन सेवाओं को तुरंत बहाल किया जा सकता है. शाह ने सभी अस्पतालों में मोबाइल और लैंडलाइन कनेक्टिविटी और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.

सुरक्षित स्थानों पर जाते लोग

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जानकारी के अनुसार गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है. बताया जा रहा है कि यह तूफान का प्रभाव है. मौसम विभाग के अनुसार बृहस्तिवार दोपहर तक गुजरात और महाराष्ट्र के तटों पर बिपरजॉय के पहुंचने की संभावना है. इस बीच गुजरात में अमरेली पुलिस ने जाफराबाद में सियालबेट के ग्रामीणों को सब्जियां और दूध सहित आवश्यक सामान पहुंचाया गया.भुज में जखाऊ बंदरगाह पर मछली पकड़ने के लिए बड़ी संख्या में नावें खड़ी की गई हैं. मछुआरों के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है. तूफान के गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की संभावना है. द्वारका जिले में 400 से अधिक आश्रय गृहों की पहचान की गई है और लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया जा रहा है.

Last Updated : Jun 14, 2023, 9:53 PM IST

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