Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अपने पीछे छोड़ गया तबाही का मंजर, देखें सौराष्ट्र कच्छ की ये तस्वीरें - तूफान बिपरजॉय का असर
गुजरात में कहर मचाने के बाद चक्रवाती तूफान बिपरजॉय धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. लेकिन आगे बढ़ते हुए वह अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ता जा रहा है. यहां जानें कि बिपरजॉय के जाने के बाद गुजरात के जिलों का क्या मंजर रहा.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय
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Published : Jun 16, 2023, 3:42 PM IST
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Updated : Jun 16, 2023, 8:12 PM IST
कच्छ में लोगों को किया गया रेस्क्यू
अहमदाबाद: चक्रवात बिपरजॉय पहले ही लैंडफाल कर चुका है. इसकी चपेट में सौराष्ट्र कच्छ के कई जिले आए हैं. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक तूफान का असर अभी भी 24 घंटे तक रहने की संभावना है. तूफान कमजोर होगा और फिर एक गहरे अवसाद में बदल जाएगा. उत्तरी गुजरात के जिलों में भी झमाझम बारिश हो रही है. कई जिलों में तूफान से भारी नुकसान हुआ है. एनडीआरएफ की 6 टीमों ने मांडवी के बरदजबाग इलाके से पांच से छह लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
इन लोगों में छोटे बच्चे भी शामिल हैं. चक्रवात के लैंडफॉल के बाद कच्छ जिले में लगातार भारी बारिश हो रही है. लगातार जलभराव के बीच मांडवी के बरदजबाग इलाके में एक वृद्ध और एक बच्चे को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. सुरक्षा के तौर पर बुजुर्गों को लाइफ जैकेट पहनाकर ले जाया गया. राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार ने नुकसान का विवरण दिया. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने लैंडफॉल के बाद विभिन्न जिलों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
कई बिजली के पोल तेज हवा में गिर गए
मांडवी पुलिस ने कच्छ के दुर्गापुर के इलाके में गहरे पानी में फंसे 16 लोगों को रेस्क्यू किया. इलाके में वाहन नहीं जा सकते थे, इसलिए पुलिस को लोगों को पानी से निकालने के लिए दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. चक्रवात बिपरजॉय के भयावह हालात के बीच पुलिस ने सराहनीय काम किया है. मांडवी पुलिस को इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने सुबह 10 बजे 9 बच्चों, 4 महिलाओं और 3 पुरुषों को पानी से बाहर निकाल लिया.
वडोदरा शहर के नागरवाड़ा इलाके में आज दोपहर करीब 12 बजे एक विशाल पेड़ गिर गया था. इस हादसे में 3 लोग पेड़ के नीचे दब गये थे. स्थानीय लोगों ने इन तीनों को बचाया और 108 एंबुलेंस बुलाई गई और 3 घायलों को तुरंत सयाजी अस्पताल ले जाया गया. वडोदरा शहर में बीती रात से अब तक 70 से ज्यादा पेड़ गिर चुके हैं.
जिसमें उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा नुकसान पीजीवीसीएल विभाग को हुआ है. कई जिलों में बिजली के खंभे गिर गए हैं. प्रभावित जिलों के कलेक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की गई. जिसमें उस जिले में हुए नुकसान की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए.
शुरू होगा नुकसान का सर्वे: प्रभावित जिलों में अभी तक नुकसान का आंकलन करने के लिए सर्वे का काम शुरू नहीं हुआ है. इतनी बड़ी आपदा में दो लोगों की जान गई है और करीब 22 लोग घायल हुए हैं. आपदा से सुरक्षा के लिए 1 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित किए गए. जिला स्तर पर विस्थापितों को वापस भेजा जाएगा. इसके अलावा कच्छ जिले की 3 सड़कें बंद कर दी गई. क्षतिग्रस्त होने के कारण इन सड़कों को बंद किया गया है.
राज्य के विभिन्न तटीय क्षेत्रों के 4,600 ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क कट गया. 3,500 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है. 20 कच्चे मकान, 20 झोपड़ियां पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. ईंट के 2 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. तूफान प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण के आदेश दिए गए हैं. एक लाख से ज्यादा लोगों की शिफ्टिंग से जीरो कैजुअल्टी को मुमकिन बनाया गया. इसके अलावा 4,629 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित की गई. जानकारी के अनुसार कच्छ जिले में 71 पशुओं की मौत हुई है और करीब 3,275 पेड़ गिरे हैं.
बिजली का पोल ठीक करते कर्मचारी
कच्छ जिले में कोई जनहानि नहीं: चक्रवात के बाद गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इसकी जानकारी दी और कहा कि कच्छ जिले में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. फिलहाल मुंद्रा, जठुआ, कोटेश्वर, लखफत और नलिया में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. आंधी की वजह से दक्षिणी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई है. तटीय जिलों के कई हिस्सों में सड़कों की सफाई का काम चल रहा है. बिजली के खंभे गिरने की 5,120 घटनाएं प्रकाश में आई हैं.
इनमें से अब तक 1,320 बिजली के खंभे बहाल किए जा चुके हैं. तूफान से प्रभावित 263 सड़कों में से 260 सड़कों को खोल दिया गया है. इसके अलावा अब तक 4,629 गांवों की बिजली काट दी गई, जिनमें से 3,580 गांवों की बिजली बहाल कर दी गई है. भुज में पेट्रोल पंप क्षतिग्रस्त हुआ है. पंप के पास लगा बिजली का पोल भी क्षतिग्रस्त हो गया है. पेट्रोल पंप का पूरा ढांचा उखड़ गया, जिससे पंप को बंद कर दिया गया है. देर रात तक चली तेज हवा के कारण कई पेड़ गिरे पड़े हैं.
बिपरजॉय की तेज हवाओं से गिरा पेड़
हवा के कारण कई इलाकों में बिजली के तार गिर गए हैं. जिसे हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. बिजली आपूर्ति काट दी गई है. स्थिति शांत होने तक बिजली कटौती जारी रहेगी. बिजली पोल क्षतिग्रस्त होने से देर रात कई इलाकों में बिजली गुल हो गई. चार सड़कों पर बिजली के तार गिर गए, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई. निचले इलाकों में पानी भर गया. कच्छ में मां की माता के मढ के रास्ते में बड़े-बड़े पेड़ जमीन पर गिर गए. जिससे मां के मंदिर जाने वाला रास्ता बंद हो गया.
राजकोट: बिपरजॉय लैंडफाल के बाद तेज हवाओं के साथ राजकोट में भी बारिश शुरू हो गई है. गुरुवार दोपहर 2 बजे से अब तक ढाई इंच बारिश हो चुकी है. भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में बिजली काट दी गई. राजकोट में 60 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी. राजकोट में लगातार बारिश शुरू, जिसके चलते निचले इलाकों में जलभराव होने लगा. ललुड़ी वोकड़ी समेत कई इलाकों में पानी भर गया. राजकोट रेसकोर्स रिंग रोड पर एक पेड़ गिर गया. जिसे बाद में सड़क से हटा दिया गया.