नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' अगले 12 घंटों के दौरान पूर्व-मध्य और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. IMD ने एक ट्वीट में कहा कि गंभीर चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और, एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया.
आईएमडी, अहमदाबाद की निदेशक मनोरमा मोहंती ने मीडिया से कहा कि कहा कि चक्रवात पोरबंदर जिले से लगभग 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है. उन्होंने कहा कि चक्रवात से तटीय जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. तूफान के कारण खराब मौसम और समुद्र की स्थिति अगले तीन-चार दिनों में हवा की गति को 135-145 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे तक ले जा सकती है. मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को 14 जून तक अरब सागर में न जाने की चेतावनी दी गई है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में नौ से 11 जून के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है.
प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए गुजरात सरकार पूरी तरह से तैयार
चक्रवात 'बिपरजॉय' के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और गुजरात के तटीय जिले पोरबंदर से करीब 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित रहने के बीच राज्य सरकार ने बुधवार को कहा कि वह संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने मीडिया से कहा कि मानसून के मौसम में संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राज्य प्रशासन तैयार है.
कहां से कितनी दूर है चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'
आईएमडी के मुताबिक, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान वर्तमान में गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 860 किमी, मुंबई से 970 किमी दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कराची से 1350 किमी दक्षिण में है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अगले 24 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर और फिर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर 3 दिनों के दौरान आगे बढ़ेगा. सिस्टम के अंतिम गंतव्य के रूप में, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि चक्रवात कब और कहां लैंडफॉल कर सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह के अंत तक इसकी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.