अहमदाबाद: अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को लेकर गुजरात के सभी तटीय जिलों में प्रशासन अलर्ट पर है. मंगलवार और बुधवार से राज्य के सभी बंदरगाहों को अलर्ट पर रखा गया है. जिला और तालुका अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने का आदेश दिया गया है. भावनगर, अमरेली, जामनगर, मांगरोल, पोरबंदर, ऊना, वलसाड़, नवसारी और द्वारका के समुद्र में तेज धाराएं देखी जा रही हैं. वलसाड के तीथल बीच को बंद कर दिया गया है और तीन किलोमीटर तक कड़ी पुलिस-सुरक्षा व्यवस्था की गई है. जानकारी के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय पोरबंदर से 830 किमी दूर है, इसलिए दो दिन 11 और 12 जून को फेरी सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया है.
तूफान पोरबंदर से 830 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में
जानकारी के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय उत्तर-पश्चिम दिशा में पोरबंदर से 830 किलोमीटर दूर है. प्रदेश में दो दिन बाद हवा की रफ्तार बढ़ सकती है. तापमान 40 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है, इसके साथ ही राज्य में पांच दिनों तक उमस भरा मौसम भी महसूस किया जा सकता है. बिपरजॉय चक्रवात को लेकर प्रशासन और पोर्ट प्रॉसिक्यूशन अलर्ट मोड पर है. कंडला में चक्रवात आम है. कंडला बंदरगाह में कार्गो और ऑयल जेटी पर सामान्य काम हो रहा है. दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष एस.के. मेहता ने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की थी. इसने सभी कार्मिक अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है.
मांडवी बीच 12 जून तक पूरी तरह से बंद है
अरब सागर में बना चक्रवात बिपरजॉय के मांडवी बंदरगाह से टकराने की आशंका के बीच यह तंत्र हरकत में आया है. मांडवी बीच 9 से 12 तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. व्यवस्था ने समुद्र तटों पर खाने-पीने सहित कारोबार करने वाले लोगों को सामान लेकर वहां से जाने की हिदायत दी है. इसके अलावा कराच प्रशासनिक व्यवस्था ने जिले के सभी छोटे और बड़े सात बंदरगाहों पर बाहर के लोगों की आवाजाही बंद कर दी है.
42 तटीय गांवों की सतत निगरानी
चक्रवात बिपरजॉय का असर सूरत समेत पूरे दक्षिण गुजरात में दिखने लगा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक वातावरण में कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है. सिस्टम ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है. इस संबंध में सूरत के प्रभारी कलेक्टर ने बताया कि 12वीं तक इसके दक्षिण गुजरात पहुंचने की संभावना है. फिलहाल हम अलर्ट मोड पर हैं और प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया है. साथ ही प्रशासनिक कार्यालयों के मुख्य अधिकारियों को मुख्यालय से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. 42 तटीय गांवों की लगातार निगरानी कर रहे हैं.
वलसाड का तिथल बीच बंद, 28 गांव अलर्ट पर
वलसाड जिला प्रशासन ने तूफान से निपटने की तैयारी कर ली है. वलसाड के तिथल को प्रशासन ने बीच वॉक के लिए बंद कर दिया है. तिथल बीच पर दुकानों और स्टॉलों के प्रबंधकों को आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं. समुद्र तट पर जाने वालों को समुद्र तट पर जाने से मना कर दिया गया है और तीन किलोमीटर लंबे तीथल समुद्र तट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा जिले के 28 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है. तेजलबेन पटेल ने कहा, एहतियात के तौर पर, समुद्र तट 14 जून तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा.
अलंग के समुद्र में बहाव तेज
तूफान के बाद आज से चार दिनों तक भावनगर में बारिश की संभावना जताई गई है. भावनगर में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेंटीग्रेड रिकॉर्ड किया गया, जहां हवा में नमी 41 फीसदी दर्ज की गई है और हवाएं 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं, वहीं अलंग सागर में तेज धाराएं देखी जा रही हैं. अमरेली जिले में आज एक नंबर दो सिग्नल को बनाए रखा गया है और संभावित आंधी के लिए सिस्टम लगातार अलर्ट मोड में है. अमरेली कलेक्टर अजय दहिया राजुला आज दोपहर प्रांतीय कार्यालय में तटीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.