पटना : 173 दिन में 29 राज्यों का सविता महतो (cyclist Savita Mahto) ने साइकिल से सफर (Travel to 29 states by Bicycle) कर चुकी हैं. यहां तक कि सतोपंथ पर्वत पर भी तिरंगा लहरा चुकी हैं. अब इनका एकमात्र सपना है कि वह माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़कर देश का तिरंगा लहराए. सविता बिहार के छपरा जिले के छोटे से कस्बे पानापुर की रहने वाली हैं. सविता एक मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की हैं. इनके पिताजी मछली व्यवसाय करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.
बिहार की बेटी सविता (cyclist Savita Mahto) ने साइकिल से 29 राज्यों की यात्रा कर कीर्तिमान भी स्थापित कर चुकी हैं. भ्रमण यात्रा में उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश भी देने का काम किया है. अब सविता का सपना माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने का है. लेकिन, माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई में आर्थिक स्थिति सामने आ रही है. जिस कारण से उनका सपना पूरा नहीं हो पा रहा है. इस सपना को पूरा करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार से गुहार लगाई है. यहां तक की कला संस्कृति विभाग के मंत्री से भी मिल चुकी हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ और नहीं मिल रहा है.
सविता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि साइकिल यात्रा के दौरान उन्होंने कई राज्यों के चक्कर तो लगाए, लेकिन सपना पूरा करने में आर्थिक स्थिति समस्या बनी हुई है. फैमिली बैकग्राउंड इतना मजबूत नहीं है कि वह माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर सकें. इसके पहले सविता हिमालय के संतोंपथ पर्वत पर साढ़े सात हजार मीटर ऊंचाई पर तिरंगा फहरा (Mountaineer Savita Mahto from Bihar) चुकी हैं. सविता 2019 में भी नेपाल के 5416 मीटर थोरानग्ला यात्रा कर चुकी हैं. साथ ही नेपाल के कई सरकारी और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों के बीच जाकर उन्होंने इस जागरूकता अभियान पर चर्चा भी की थी.
''मैं दुनिया के शीर्ष पर पहुंचकर भारत का तिरंगा फहराना चाहती हूं इस मिशन का प्रारंभ पटना से कन्याकुमारी तक साइकिल से रवाना होकर करना है. 70 दिन सड़क और फिर पहाड़ों पर कई दिन बिताना चुनौतीपूर्ण होगा. यह ना केवल एक विश्व रिकॉर्ड होगा, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने और हमारे युवाओं को प्रेरित करने का अवसर भी है.''-सविता महतो, पर्वतारोही