देहरादून : उत्तराखंड में साइबर फ्रॉड के तार अन्य राज्यों के साथ जुड़े होने की खबरें लगातार आ रही हैं. अब विदेशी ठगों का एंगल भी राज्य के साइबर क्राइम जगत में जुड़ गया है. उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स ने बेंगलुरु से गोल्डन रिट्रीवर डॉग के नाम पर 66 लाख की ठगी करने वाले कैमरून के साइबर ठग बॉबी इब्राहिम को गिरफ्तार किया है.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक आरोपी ने कुत्ता बेचने के नाम पर देहरादून में एक महिला से 66 लाख रुपये ठग लिए थे. जिसके बाद से ही उत्तराखंड एसटीएफ आरोपी की तलाश में जुटी थी. एसटीएफ के मुताबिक आरोपी ने Golden Retriever dog बेचने के नाम पर देशभर में ठगी का जाल फैला रखा था. एसटीएफ की गिरफ्त में आए गिरोह के इंटरनेशनल मास्टरमाइंड बॉबी अब्राहिम अपने नेटवर्क के जरिए मध्यमवर्ग से लेकर हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाकर ठगे गए रुपए विदेश भेजता था.
गरीब लड़कियों के सहारे ठगी
एसटीएफ के मुताबिक आरोपी इस काम के लिए असम, त्रिपुरा, झारखंड की गरीब महिलाओं और लड़कियों के साथ-साथ ट्रक चालकों के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करता था. बैंक अकाउंट इस्तेमाल करने के बदले गिरोह के लोग इन लोगों को कमीशन देते थे. इस खुलासे के बाद देश में विदेशी डॉग के नाम पर होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. ऐसे में उत्तराखंड एसटीएफ इस ग्रुप के देशभर में फैले नेटवर्क से जुड़े लोगों की छानबीन कर धरपकड़ में जुटी है.
डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते हुए बताया कि बॉबी इब्राहिम द्वारा 13 बैंक अकाउंट देशभर में इस्तेमाल किए जाते थे. जिनका पैसा विदेशी बैंकों में भी ट्रांसफर किया जाता रहा है. इतना ही नहीं देशभर के ट्रक चालकों को भी अपने गैंग में मिलाकर उनके मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर साइबर फ्रॉड किया जा रहा था.
नहीं आती हिंदी
STF के मुताबिक आरोपी बॉबी इब्राहिम को हिंदी नहीं आती है. इसके बावजूद वह पूरे देश से अनपढ़ एवं गरीब तबके के लोगों को अपने नेटवर्क में शामिल कर पूरे संयोजित तरीके से मध्यमवर्ग से लेकर हाईप्रोफाइल लोगों को ठगता था.उत्तराखंडSTF अब बेंगलुरु से गिरफ्तार इस अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी से पूछताछ कर रही है. आरोपी के इस नेटवर्क के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है. STF के डीआईजी भरणे का कहना है कि साइबर क्राइम एक नए स्तर पर पहुंच गया है. हर राज्य की पुलिस के लिए साइबर ठगी सबसे बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस और एसटीएफ लगातार ऐसे इंटरनेशनल गिरोह पर शिकंजा कसने में देशभर जुटी है. इसी का नतीजा है कि पिछले दिनों तीन नाइजीरियन और अब पहली बार रिपब्लिकन ऑफ कैमरून मूल के इस अपराधी को बेंगलुरु से पकड़ा गया है.