भुवनेश्वर : ओडिशा पुलिस (Odisha Police) की अपराध शाखा ने मयूरभंज जिले के खूंटा इलाके से एक अंतरराज्यीय पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया. इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को दी. क्राइम ब्रांच के आईजी अमितेंद्र नाथ सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि आरोपियों की पहचान विशाल खंडेलवाल (मास्टरमाइंड), तापस कुमार पात्र, अजय कुमार पात्र, निगम पात्र, सुधांशु दास और अजू पात्र के रूप में हुई.
उन्होंने बताया कि सोमवार को संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर गिरफ्तारी की गई. शिकायत मिलने के तुरंत बाद, ओडिशा अपराध शाखा ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने मयूरभंज जिले के एक इलाके में छापेमारी कर रैकेट का भंडाफोड़ किया. सिन्हा ने कहा कि पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को ठगने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो सिम कार्ड बॉक्स (मशीन आधारित नंबर) जब्त किए हैं. पुलिस ने सात लैपटॉप, लगभग 20 मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, जियो राउटर, एयरटेल, जियो, वोडाफोन और बीएसएनएल दूरसंचार कंपनियों के 2,500 से अधिक सिम कार्ड भी जब्त किए हैं.
उन्होंने बताया कि जब्त किए गए सिम कार्ड में एयरटेल के 1,049, जियो के 1,231, वोडाफोन के 158, बीएसएनएल के 134 कार्ड शामिल हैं. आईजी ने आगे कहा कि अपराधी खूंटा वन क्षेत्र में अपना नेटवर्क चला रहे थे. लोगों को ठगने के लिए फर्जी केवाईसी निलंबन और सिम कार्ड ब्लॉक संदेश भेजकर लोगों को ठग रहे थे. उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लेगी. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आरोपी सिम कार्ड कहां से ला रहे थे, जबकि आरोपियों का कहना है कि उन्होंने इसे चेन्नई से मंगवाया था. इस रैकेट में और लोग शामिल हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.