प्रयागराज :साइबर अपराध से लोगों को बचाने और ठगी होने पर कार्रवाई के लिए थाना स्तर पर साइबर सेल का गठन किया गया है. इसी तर्ज पर प्रयागराज में सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में साइबर क्लब का गठन किया गया है. इस क्लब में कम्प्यूटर टीचर के साथ ही साइबर एक्सपर्ट्स भी जुड़े हैं. वे छात्रों को साइबर फ्रॉड और साइबर क्राइम से बचाव0 के प्रति जागरूक कर रहे हैं. छात्रों को बताया जा रहा है कि सोशल साइट्स, वेबसाइट और ऑनलाइन कोई भी कम करते समय किस तरह की सावधानियां बरतनी हैं.
स्टूडेंट को किया जा रहा जागरूक :प्रयागराज में सीबीएसई बोर्ड से जुड़े स्कूलों में पुलिस की तर्ज पर साइबर क्लब का गठन करके छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को समय-समय पर साइबर सेल और साइबर एक्सपर्ट्स की ओर से आए दिन जागरूक किया जाता है. वहीं इस क्लब के जरिए भी लगातार छात्र-छात्राओं को सचेत किया जा रहा है.
सीबीएसई बोर्ड ने जारी किए निर्देश :साइबर अपराध और धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है. सीबीएसई के डायरेक्टर एकेडमिक डॉ. जोसेफ इमैनुअल की तरफ से दिशा-निर्देश जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि इस डिजिटल युग में ऑनलाइन सेवाएं व्यापक रूप से तेजी से बढ़ रहीं हैं. ऐसे में जरूरी हो गया कि स्कूली शिक्षा के दौरान ही छात्रों को इंटरनेट की दुनिया में होने वाले फ्रॉड और अपराध से बचने के तरीकों से भी अवगत कराना जरूरी है.
जानकारी के अभाव का फायदा उठा रहे अपराधी :डॉ. जोसेफ इमैनुअल ने बताया कि आईटी एक्ट के उल्लंघन और साइबर हमलों के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए साइबर सुरक्षा का तकनीकी ज्ञान छात्र-छात्राओं को देने के लिए स्कूलों में साइबर क्लब बनाया गया है. इस क्लब से एक्सपर्ट को जोड़कर साइबर हमलों से बचाव के लिए ट्रेंड करने के निर्देश दिए गए हैं. स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षकों के द्वारा छात्रों को साइबर फ्रॉड और साइबर क्राइम से बचाव की जानकारियां भी दी जा रहीं हैं. कई बार युवा निजी जानकारियों के साथ ही व्यक्तिगत तस्वीरों और डाटा को भी शेयर कर देते हैं. साइबर अपराधी इसका फायदा उठाते हैं.