नई दिल्ली : लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग को अगस्त 2019 में इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट से सूचना मिली थी कि चार प्राचीन मूर्तियां भगवान (राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान) तमिलनाडु के एक मंदिर से चुराई गई थीं और भारत से बाहर तस्करी कर ले जाई गई थीं. ये मूर्तियां बुधवार को तमिलनाडु प्रशासन को सौंप दी गईं.
भगवान की मूर्तियों को सौंपने के लिए केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल खुद एएसआई मुख्यालय पहुंचे, जहां से उन्होंने इन मूर्तियों को निकलवाकर तमिलनाडु प्रशासन को सौंप दिया.
इन मूर्तियों में भगवान राम की मूर्ति की लंबाई 90.5 सेंटीमीटर है. भगवती सीता की मूर्ति 74.5 सेंटीमीटर और लक्ष्मण की मूर्ति 78 सेंटीमीटर लंबी है.
इन तीनों धातु मूर्तियों का फोटो डॉक्यूमेंटेशन जून 1958 में तमिलनाडु के नागपट्टनम जिले में आनंदमंगलम के श्रीराजगोपाल विष्णु मंदिर में किया गया था. यह मंदिर विजयनगर काल के दौरान बनाया गया था. इस मंदिर में चार मूर्तियां- राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की शामिल थीं. ये मूर्तियां कम से कम 1998 तक इसी मंदिर में थीं और बाद में चोरी हो गईं.