नई दिल्ली: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए वहां साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) 29 मई से आयोजित की जायेगी. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कुछ शहरों में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-यूजी के दिनों को कम से कम चार दिन और बढ़ाया है.
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) उन उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए श्रीनगर में अस्थायी सीयूईटी केंद्र स्थापित करने की संभावना पर विचार कर रही है, जिन्हें जम्मू-कश्मीर के बाहर परीक्षा केंद्र आवंटित किये गए हैं. उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर और झारखंड के अनेक छात्रों के समक्ष दुविधा की स्थिति पैदा हो गई थी, जब उनके करीबी केंद्र की पसंद के बावजूद गृह जिले से कई सौ किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र आवंटित कर दिया गया.
एजेंसी के बयान के अनुसार, मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए राज्य में सीयूईटी 29 मई से आयोजित किया जाएगी तथा परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प अब भी उपलब्ध है. ज्ञात हो कि मणिपुर में इस महीने के प्रारंभ में हिंसा के कारण परीक्षा को एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया है और छात्रों के पास परीक्षा केंद्र में बदलाव का विकल्प होगा. उसने कहा कि जम्मू-कश्मीर और झारखंड में आवेदकों की बड़ी संख्या को देखते हुए वहां के कुछ अभ्यर्थियों को सीयूईटी परीक्षा चयनित राज्य के बाहर देनी होगी.
एनटीए ने राज्य प्रशासन के साथ विचार विमर्श करके सावधानीपूर्वक कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और छात्रों से उनकी पसंद के शहर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए टेलीफोन पर सम्पर्क किया. एजेंसी ने कहा कि कुछ उम्मीदवार मणिपुर में नहीं थे या किसी दूसरे राज्य में परीक्षा देना चाहते थे, उन्हें दूसरा शहर आवंटित किया जा रहा है, जिसमें दिल्ली और गुवाहाटी शामिल है. एजेंसी के अनुसार, मणिपुर के उम्मीदवारों के लिए केंद्र बदलने का विकल्प अभी भी उपलब्ध है.
एनटीए को मणिपुर राज्य में सभी परीक्षा 29 मई के बाद लेने का सुझाव दिया गया है. कुल 3,697 उम्मीदवारों ने पहले मणिपुर में सीयूईटी परीक्षा देने का विकल्प चुना था. इसमें कहा गया है कि जिन उम्मीदवारों को प्रवेश पत्र या इंटीमेशन स्लीप नहीं मिल पाती है, उन्हें एनटीए से सम्पर्क करना चाहिए. गौरतलब है कि इस वर्ष सीयूईटी-यूजी के लिए 14 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 41 प्रतिशत अधिक हैं. आवेदकों की संख्या के मामले में सीयूईटी-यूजी देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है.