नई दिल्ली : शनिवार को बेतहाशा गिरावट के बाद सोमवार को अब क्रिप्टो बाजार थोड़ा संभला है. हालांकि क्रिप्टोकरेंसी लूना में गिरावट जारी रही. Terra (LUNA) ने सोमवार को भी बुरी शुरुआत की है. क्रिप्टोकरेंसी LUNA altcoin में 99 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है. वर्तमान में LUNA की वैल्यू में 31.36 फीसदी की बड़ी गिरावट देखी जा रही है और इसका मूल्य 0.0013 डॉलर (लगभग 0.01 रुपये) तक पहुंच गया है. टेरा का कुल मार्केट कैप पिछले हफ्ते 2.75 बिलियन डॉलर (लगभग 21,246 करोड़ रुपये) से नीचे गिर गया, जिसके बाद यह टॉप क्रिप्टोकरेंसी की लिस्ट में 34वें पायदान पर खिसक गई.
क्रिप्टोकरेंसी लूना लगभग 100 फीसदी टूटने के बाद क्रिप्टो करेंसी के समर्थन के लिए बनाए गए UST स्टेबलकॉइन रिजर्व ही साफ हो गया. UST स्टेबलकॉइन रिजर्व के पास 3.5 बिलियन डॉलर (लगभग 2.5 खरब रुपये) की कीमत के बिटकॉइन थे. यह संस्था दुनिया के सबसे बड़े 10 बिटकॉइन होल्डर्स में से एक थी. ब्लॉकचैन एनालिटिक्स फर्म एलिप्टिक के अनुसार, 2022 के शुरूआत में UST स्टेबल कॉइन रिजर्व को सपोर्ट करने के लिए नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन लूना फाउंडेशन गार्ड ने 3.5 बिलियन डॉलर के लगभग 80,394 बिटकॉइन खरीदे थे. लूना फाउंडेशन गार्ड सिंगापुर आधारित कंपनी है जो Terraform Labs के अंतर्गत आती है. Terraform Labs की अपनी ब्लॉकचेन Terra है.
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी लूना का दाम शनिवार को 9000 रुपये से गिरकर 50 पैसे रह गया था. इस गिरावट के कारण निवेशकों के 40 अरब डॉलर डूब गए. टेरा और लूना के साथ ही दूसरी बड़ी क्रिप्टोकरेंसियों में बीते दिनों से भारी गिरावट हुई. टेरा USR स्टेबलकॉइन में गिरावट के बाद क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को 15 बिलियन डॉलर का धक्का लगा है. क्वॉइन डेस्क के मुताबिक, क्रिप्टो की डिपेगिंग रोकने के लिए बनाए गए रिजर्व से क्वॉइन कहां गए, यह कोई नहीं जानता है.