नई दिल्ली: सशस्त्र हस्तक्षेप वाहन जिसे क्रिटिकल सिचुएशन रिस्पांस व्हीकल (CSRV) के रूप में भी जाना जाता है, मंगलवार को व्हीकल का अवंतीपोरा में पाकिस्तान समर्थित आतंकी आकिब मुश्ताक भट को मार गिराने में इस्तेमाल किया गया. सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नई दिल्ली में ईटीवी भारत को बताया, 'हां, हमने ऑपरेशन में सीआरपीवी का इस्तेमाल किया, जिसने कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या करने वाले आतंकवादी को बेअसर करने में हमारी मदद की.
अधिकारी के मुताबिक, यह वाहन बीच में या दो मंजिला इमारत में छिपे आतंकवादी को निशाना बनाने में उपयोगी है. सीएसआरवी पूरी तरह से बुलेटप्रूफ वाहन है और यह रूम इंटरवेंशन के लिए बहुत उपयोगी है. सीएसआरवी में बुलेट प्रूफ बंकर के साथ एक क्रेन जैसा इन-बिल्ट सिस्टम है जिसका इस्तेमाल किसी भी दो मंजिला इमारत में छिपे आतंकवादी का पता लगाने के लिए किया जा सकता है. अवंतीपोरा में ऑपरेशन के दौरान आतंकी एक दो मंजिला इमारत में छिपे हुए थे.
अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास जम्मू-कश्मीर में दो ऐसे वाहन हैं. हम वाहन को और संशोधित करने की प्रक्रिया में हैं, यह मेक इन इंडिया पहल है. अवंतीपोरा आतंकवाद रोधी अभियान का जिक्र करते हुए अधिकारी ने कहा कि दो आतंकवादियों के मारे जाने से आतंकवाद और लक्षित हत्या से प्रभावित लोगों को निश्चित रूप से राहत की सांस मिलेगी. अधिकारी ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि जब हम एक कश्मीरी पंडित की हत्या के मास्टरमाइंड आतंकवादी को बेअसर कर सकते हैं, तो निश्चित रूप से राहत की सांस मिल सकती है.
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी लोगों को निशाना बनाकर मारते हैं, सुरक्षा एजेंसियों के लिए ऐसी हत्याओं को तुरंत रोकना मुश्किल है. अकीब मुस्ताक भट के मारे जाने के साथ, सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक सात पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को मार गिराया है. सीआरपीएफ के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मारे गए सात आतंकवादियों में से चार स्थानीय और तीन विदेशी आतंकवादी थे.
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