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Tortured minor in Sahibganj: चोरी के आरोप में नाबालिग की पिटाई, जूते की माला पहनाकर 4 घंटे कीचड़ में खड़ा रखा - झारखंड न्यूज

साहिबगंज में नाबालिग का सिर मुंडवाया गया. इतना ही नहीं उग्र भीड़ ने दोनों नाबालिग को गंदे पानी में खड़ा रखा. चोरी के आरोप में नाबालिग की पिटाई की गयी. जानकारी मिलने पर पुलिस ने दोनों को भीड़ से छुड़ा लिया है. ये पूरा मामला राजमहल थाना क्षेत्र का है.

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Published : Jul 2, 2023, 11:02 PM IST

साहिबगंज: जिला में दो नाबालिग पर चोरी का आरोप लगाकर पिटाई और प्रताड़ित किये जाने का मामला सामने आया है. राजमहल थाना क्षेत्र के गांव में दो नाबालिग को ग्रामीणों ने चोरी के आरोप में पकड़ा. इसके बाद उग्र भीड़ के द्वारा दोनों को खूब प्रताड़ित किया गया.

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उग्र भीड़ ने दोनों बालक के सिर का बाल आधा कटवाया, गले में जूते चप्पल की माला पहनाकर करीब चार से पांच घंटे तक कीचड़ से भरे गड्ढे में खड़ा रखा. इतना ही नहीं जो भी वहां से गुजरता वो उनको थप्पड़ मारकर बुरा भला कहकर चला जाता. इस माजरे को देखने के लिए ग्रामीण भी जमा हो गये. इस घटना की सूचना मिलते ही राजमहल थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों नाबालिगों को भीड़ से मुक्त कराया.

नाबालिग के अभिभावकों के बयान पर केस दर्ज किया जा रहा है. परिजनों ने बताया कि ग्रामीणों ने झूठा आरोप लगाकर उनके बच्चों के साथ मारपीट की है, दोनों बालक निर्दोष हैं. राजमहल थाना प्रभारी ने फोन पर बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. आधा दर्जन से अधिक अज्ञात के खिलाफ केस किया जा रहा है, छानबीन की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस द्वारा नाबालिगों को राजमहल अनुमंडल अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया.

क्या है मामलाः ग्रामीणों के अनुसार दोनों बालक इसी गांव के रहने वाले हैं. दोनों को कई बार चोरी करते हुए पकड़ा गया था लेकिन समझा-बुझाकर छोड़ दिया जाता था. रविवार को दोनों एक घर में घुसकर करीब 5 हजार रुपया तकिये के नीचे से चुरा लिया. घर में सोई हुई महिला की नींद खुल गयी और वो दोनों को देखकर शोर मचाने लगी. इसी बीच एक बालक को लोगों की भीड़ ने पकड़ा और दूसरे बालक को भी बुलाया गया और बंधक बना लिया. भीड़ ने पैसा वापस लौटाने की बात कहकर दोनों को बंधक से मुक्त करने का आश्वासन दिया. नाबालिगों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली. लेकिन उग्र भीड़ ने दोनों को पुलिस के हवाले नहीं किया और उसे अपने हिसाब से सजा देने लगी.

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