गोपालगंज पुजारी हत्याकांड पर बड़ा अपडेट गोपालगंज:बिहार के गोपालगंज में पुजारी की निर्मम हत्या मामले में पुलिस ने एक युवती समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए थाना लाई है. पूछताछ में प्रेम प्रसंग और मंदिर की जमीन हड़पने का भी मामला सामने आया है. इन्हीं दोनों वजहों से पुजारी की हत्या का अंदेशा लगाया जा रहा है. आरोपियों ने पुजारी की दोनों आंखें निकाल ली थी, जीभ काट दिया था और प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई थी. बहरहाल पुलिस मंदिर से सीसीटीवी को खंगाल रही है.
गोपालगंज में पुजारी हत्याकांड में तीन हिरासत में: दरअसल, मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव के रहने वाले मनोज कुमार गांव के ही शिव मंदिर में पुजारी थे. करीब छह दिन पहले घर से मंदिर में पूजा करने के लिए गए और अचानक गायब हो गए थे. आरोपियों ने पुजारी को पहले गोली मारी उसके बाद दोनों आंखें निकाल ली और प्राइवेट पार्ट को भी चोटिल किया गया था. हत्या करने वाले कौन हैं. किस विवाद में जघन्य तरीके से हत्या को अंजाम दिया गया है. इसका पता लगाने की पुलिस कोशिश में जुटी है.
सीसीटीवी की निगरानी करती गोपालगंज पुलिस पुजारी नहीं जबकि केयर टेकर के रूप में थे: घटना के संबंध में प्रभारी एसपी हृदय कांत ने बताया कि मृतक मनोज मंदिर के पुजारी नहीं थे, बल्कि केयर टेकर के रूप में रहते थे. दस दिसंबर की रात मनोज साह गायब हो गए थे. मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरा को उसमें साफ देखा गया कि वह खुद ही मंदिर के दरवाजे में लॉक कर कहीं जा रहे थे. जिसके बाद उनकी हत्या की गई.
गोपालगंज में पुजारी हत्याकांड के बाद गांव में तनाव प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया: वहीं रविवार को प्रभारी एसपी एसडीपीओ मामले की तहकीकात करने मृतक के घर पहुंचे. इस दौरान परिजनों और मृतक के दोस्तों के अलावा मृतक के साथ मंदिर में सोने वाले दो युवकों से पूछताछ की. पूछताछ में प्रेम प्रसंग और मंदिर की जमीन विवाद का भी मामला सामने आया है.
मंदिर परिसर की तलाशी लेती पुलिस सड़क जाम और आगजनी कर हंगामा:उन्होंने बताया कि पिछले रविवार कि रात एक पुजारी मंदिर से अचानक गायब हो गये थे. जिसके बाद परिजनों ने खोजबीन की. खोजबीन के बाद जब उसका कही पता नही चला तो मृतक मनोज के भाई भाजपा नेता अशोक साह ने स्थानीय थाना में लिखित आवेदन दिया, लेकिन पांच दिन बाद उसका शव उसी के गांव में खेत से पुलिस ने बरामद किया. शव बरामद होते ही लोगों में अक्रोश उत्पन्न हो गया लोग अक्रोशित होकर सड़क जाम और आगजनी कर हंगामा किया था.
मृत पुजारी के परिजनों से पूछताछ करती पुलिस "मृतक मनोज मंदिर के पुजारी नहीं थे, बल्कि केयर टेकर के रूप में रहते थे. दस दिसंबर की रात मनोज साह गायब हो गए थे. मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरा को उसमें साफ देखा गया कि वह खुद ही मंदिर के दरवाजे में लॉक कर कहीं जा रहे थे. जिसके बाद उनकी हत्या की गई. एसआईटी का गठन की जा चुकी है उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस घटना का जल्द उद्वेदन कर दिया जाएगा"-हृदय कांत, प्रभारी एसपी
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