संभल:जिले की सदर कोतवाली पुलिस ने 8 साल पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटने और मिट्टी के लड्डू बांटने के आरोप में कोर्ट से शनिवार को अरेस्ट वारंट जारी हुआ. इसके बाद शनिवार को ही पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया. संभल तहसील में जिला मुख्यालय न बनाने से गुस्साए संघर्ष समिति के सदस्यों ने मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटकर विरोध दर्ज किया था. इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी ने खुद को बीजेपी से जुड़ा नेता होने का दावा करते हुए सपा सांसद और विधायक पर फंसाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि 28 सितंबर 2011 को यूपी की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मुरादाबाद का हिस्सा रहे संभल को जिला घोषित किया था. तीन तहसीलों को मिलाकर नए जिले का नाम भीमनगर रखा था. लेकिन, जनपद का मुख्यालय केंद्र बिंदु पर बनाए जाने की बात कहीं गई थी, जिसे लेकर जिला मुख्यालय संघर्ष समिति ने लंबा आंदोलन किया और जिला मुख्यालय को संभल तहसील में ही बनाए जाने की मांग उठाई थी. इस बीच सत्ता परिवर्तन हुआ और 2012 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आई.
सत्ता संभालते ही अखिलेश यादव ने भीम नगर का नाम संभल जिला रखा. वहीं, जनपद का अस्थायी मुख्यालय बहजोई को बनाया गया. लेकिन, जिला मुख्यालय संघर्ष समिति लगातार संभल तहसील में ही बनाए जाने की मांग पर अड़ी हुई थी. बताते चलें कि इसी बात से नाराज होकर वर्ष 2015 में जिला मुख्यालय संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने संभल के शंकर कॉलेज चौराहे पर मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटा और मिट्टी के लड्डू वितरित किए. यही नहीं, उन्होंने मायावती का पुतला भी फूंका था.