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Student Death In Hospital In Mainpuri : युवती को अस्पताल से किया बाहर, बाइक पर तोड़ा दम - मैनपुरी में अस्पताल का लाइसेंस निलंबित

मैनपुरी में मंगलवार को अस्पताल में लापरवाही के कारण छात्रा की मौत (Case Of Student Death In Hospital In Mainpuri) हो गई. इस मामले का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लेकर कार्रवाई की. अस्पताल को सील कर दिया गया है. यही नहीं हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 28, 2023, 10:58 PM IST

मैनपुरी में युवती को अस्पताल से किया बाहर, बाइक पर तोड़ा दम

मैनपुरी: जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाला वीडियो सामाने आया है. वीडियो में एक परिवार के लोग निजी अस्पताल के बाहर एक 17 साल की छात्रा का शव बाइक पर लिए बिलख रहे हैं. बताया जा रहा है कि गलत इंजेक्शन लगने से छात्रा की मौत हो गई. मौत के बाद स्टाफ ने छात्रा के परिजनों को शव देकर अस्पताल से भगा दिया. परिवार वाले छात्रा के शव को बाइक पर लिए बिलखते रहे. लेकिन, उन्हें शव वाहन भी नहीं दिया गया. इसके बाद लोगों ने वीडियो बनाना शुरू किया. इस दौरान अस्पताल का एक डॉक्टर रेफर करने की बात कहकर मौके से कार लेकर भाग गया. इसके बाद परिवार वालों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया. पूरा मामला घिरोर थाना क्षेत्र के करहल रोड पर संचालित एक निजी अस्पताल का है. वहीं, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले का संज्ञान लिया. डिप्टी सीएम के निर्देश पर सीएमओ की टीम ने मामले की जांच की. इसमें परिजनों के आरोप सही मिले. अस्पताल सील कर दिया गया है. साथ ही हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है.

घिरोर थाना क्षेत्र की निवासी मनीषा ने बताया कि उनकी भतीजी भारती (17) इंटर की छात्रा थी. मंगलवार को अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई थी. उसे तेज बुखार आ गया था. इसके चलते करहल रोड पर संचालित राधा स्वामी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने बताया था कि उसके सिर पर बुखार चढ़ गया है. इसका महंगा इलाज होगा. मनीषा के मुताबिक, इलाज के लिए अस्पताल के डॉक्टरों ने उससे 20 हजार रुपये नकद जमा कराए थे. इसके अलावा जो दवाई दी, उसके अलग से 1100 रुपये लिए. रात को भतीजी की तबीयत ठीक हो गई थी. सुबह भी ठीक थी और वह आराम से बातचीत कर रही थी. बुधवार सुबह 11 बजे जैसे ही स्टाफ नर्स ने भतीजी को इंजेक्शन लगाया, वैसे ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. हम लोगों ने कहा कि बिटिया तड़प रही है तो किसी ने सुना ही नहीं. थोड़ी देर बाद भतीजी ने दम तोड़ दिया.

जब भतीजी मौत हो गई तो अस्पताल की नर्स और कर्मचारियों ने उसके शव को अस्पताल से उठाकर नीचे सड़क पर डाल दिया. हम लोगों ने शव को बाइक पर रखा. मनीषा ने कहा कि जब इलाज नहीं करना था तो रेफर कर देते. इस पर डॉक्टर ने कहा कि इसे यहां से ले जाओ. मनीषा ने बताया कि अस्पताल से शव वाहन भी नहीं दिया गया.

जब लोग वीडियो बनाने लगे तो डॉक्टर एक नर्स को कार में लेकर जाने लगा. जब परिजनों ने उससे कहा कि इलाज ठीक से क्यों नहीं किया तो वह कहने लगा कि उसने मरीज को रेफर कर दिया था. उसके बगल में बैठी नर्स कहने लगी कि कोई मरीज को लेकर न जाए तो हम क्या करें. इसके बाद हंगामा बढ़ता देखकर डॉक्टर कार से भाग गया. बाद में परिजन शव अस्पताल के गेट पर रखकर रोने-बिलखने लगे. बाद में निजी वाहन से शव घर ले गए.

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले पर कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'राधा स्वामी हॉस्पिटल, मैनपुरी में शव को बाइक पर रखने संबंधी मामले के संज्ञान में आते ही मेरे द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी, मैनपुरी को तत्काल कठोर कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए गए. नोडल अधिकारी की प्राथमिक जांच की रिपोर्ट में उक्त राधास्वामी हॉस्पिटल, एसएसडी कॉलेज के सामने करहल रोड मैनपुरी को सील करा दिया गया है. हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस निर्गत करते हुए उक्त हॉस्पिटल में भर्ती अन्य मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घिरोर में भर्ती करा दिया गया है.

उक्त हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित करते हुए प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए एसीएमओ की अध्यक्षता में दो सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है. प्रकरण में मुख्य चिकित्साधिकारी से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है. उक्त हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन भी रद्द करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई भी की जाएगी. किसी भी दशा में ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान आया है. जांच टीम को अस्पताल की जांच के लिए भेजा गया था. राधा स्वामी अस्पताल रजिस्टर्ड था. यह जरूर है कि जिनके नाम रजिस्टर्ड था, उनमें से कोई भी लोग वहां पर मौजूद नहीं थे. अस्पताल को सील कर दिया गया है. उनसे अस्पताल से संबंधित सभी पत्रावलियां लाने के लिए कहा गया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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