अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद में एक लव जिहाद का मामला सामने आया है. थाना सिविल लाइन की रहने वाली एक युवती का आरोप है कि एएमयू में पढ़ाई के दौरान एक युवक ने हिंदू नाम से उससे दोस्ती की थी. उसने अपने परिजनों से नाराज होकर युवक से शादी कर ली. शादी के बाद युवक की असलियत सामने आ गई. युवती ने लव जिहाद का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई है. पीड़िता की तहरीर पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है.
एक्टिंग सीखने के दौरान हुई दोस्ती
थाना सिविल लाइन क्षेत्र निवासी युवती ने शनिवार को पुलिस को बताया कि अलीगढ़ विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान उसकी एक युवक से दोस्ती हुई थी. युवक ने उसे अपना नाम गप्पी बताया था. युवक एएमयू में ड्रामा क्लब में एक्टिंग सीखने का काम करता था. इस दौरान वह भी युवक के साथ ड्रामा क्लब जाने लगी. इसके साथ ही युवक उसके साथ मंदिर भी पूजा-पाठ करने जाता था. धीरे-धीरे युवक ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया.
शिकायत के बाद नहीं हुई कार्रवाई
युवती ने पुलिस को बताया कि आरोपी के शहर में कई मकान हैं लेकिन वह किराए के मकान में उसके साथ रहता था. 2016 में उसने अपने माता-पिता के खिलाफ जाकर युवक से शादी कर ली. शादी के 2 साल बाद उसे युवक की असलियत मालूम चला. उसे मालूम चला कि युवक का नाम गप्पी नहीं अजीम हुसैन खान है. इस दौरान उसे टार्चर किया जाने लगा था. इस मामले में उसने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. इसके साथ ही उसने एकबार अपनी टार्चर का वीडियो भी वायरल किया था जिसमें उसने बताया था कि उसे घर में कैद कर टार्चर किया जा रहा है.
युवती ने पुलिस को बताया कि धर्म का पता चलने पर युवक ने उससे कहा कि तुम अपना धर्म फॉलो करो, हम अपना धर्म फॉलो करेंगे. वह घर में अपने सभी त्यौहारों को मनाती थी. शादी के बाद अजीम ने उसे अलीगढ़ और गुरुग्राम में किराए के मकान में रखा था. वह नौकरी कर अपना घर चलाती थी. इस दौरान धीरे-धीरे अजीम का रवैया बदलता गया. वह घर में हमेशा हिंदू और मुसलमान करने लगा. हिंदुओं को काफिर कहने लगा. इसके बाद उसने उसे हिंदुओं के त्यौहारों को मनाने से रोक दिया. इसके साथ ही मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बनाने लगा. वह लगातार 4 सालों से अपना त्यौहार नहीं मना रही थी. इसके साथ ही पूजा-पाठ और मंदिर जाने से भी उसे रोक दिया गया. साथ ही प्रतिदिन छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करने लगा.